भीषण गर्मी में बिजली खपत मई में 15 प्रतिशत बढ़कर 156 अरब यूनिट पर
मुंबई- देश में बिजली की खपत मई में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत बढ़कर 156.31 अरब यूनिट (बीयू) हो गई है। इसका प्रमुख कारण विभिन्न हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी है। इससे ठंडक देने वाले एयर कंडीशनर और कूलर जैसे उपकरणों का इस्तेमाल बढ़ा है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मई, 2023 में बिजली की खपत 136.50 अरब यूनिट थी। इस साल मई में एक दिन में अधिकतम आपूर्ति भी बढ़कर 250.07 गीगावाट के सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। एक साल पहले इसी महीने में 221.42 गीगावाट थी।
पिछले महीने बिजली मंत्रालय ने मई के लिए दिन के समय 235 गीगावाट और शाम के समय 225 गीगावाट और जून, 2024 के लिए दिन के दौरान 240 गीगावाट और शाम के समय 235 गीगावाट बिजली की अधिकतम मांग का अनुमान लगाया था। पूरे जून, 2023 में अधिकतम बिजली की मांग 224.10 गीगावाट दर्ज की गई थी। विशेषज्ञों ने कहा कि जून के पहले दिन के आंकड़े से स्पष्ट संकेत मिलता है कि पूरे महीने बिजली की मांग मजबूत बनी रहेगी।
मई में एयर कंडीशनर (एसी) की बिक्री में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। प्रमुख एसी विनिर्माता कम ऊर्जा खपत वाले मॉडल के भंडार में कमी की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके अलावा विनिर्माताओं को बढ़ती मांग की वजह से एसी लगाने में भी दिक्कतें आ रही हैं। वोल्टास, एलजी, डाइकिन, पैनासोनिक और ब्लू स्टार जैसे प्रमुख ब्रांड की मई में मजबूत बिक्री देखी गई।
उद्योग को पिछले साल की तुलना में इस साल बिक्री में 30 से 35 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। टाटा समूह की वोल्टास जून तक 20 लाख इकाई एसी बिक्री का आंकड़ा पार करने का लक्ष्य रखी है। ब्लू स्टार के प्रबंध निदेशक बी त्यागराजन ने कहा कि इस वर्ष मार्च में घरेलू एसी उद्योग में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मई में डाइकिन की बिक्री पिछले साल की तुलना में 60 से 70 प्रतिशत अधिक रही।