अयोध्या में कारोबारी गतिविधियां ऊफान पर, हवाईअड्डे निजी जेट विमानों से भरे
मुंबई- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के चलते अयोध्या में कारोबारी गतिविधियों में जबरदस्त तेजी है। यहां हवाई अड्डे पर निजी जेट विमानों से पार्किंग पूरी तरह भर गई है। साथ ही स्थानीय दुकानों में सोने के परत वाली मूर्तियां भी खत्म हो चुकी हैं। इनकी इतनी मांग है कि आस-पास के भी बाजारों में यह नहीं मिल रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एशिया के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी सहित करीब 8,000 वीवीआईपी सोमवार को राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या पहुंचने वाले हैं। भारतीय लक्जरी चार्टर सेवा क्लब वन एयर के सीईओ राजन मेहरा ने कहा, इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाना एक स्टेटस सिंबल बन गया है। उनके सारे जेट अयोध्या की यात्रा के लिए बुक हो चुके हैं।
अधिकारियों का अनुमान है कि 22 जनवरी को 100 निजी जेट अयोध्या हवाई अड्डे पर उतरेंगे। इससे यह पूरी क्षमता से भर जाएगा। यहां से कार के जरिये करीब चार घंटे दूर वाराणसी हवाई अड्डा के भी पूरी तरह से जेट से भरने की उम्मीद है। साथ ही अयोध्या से तीन घंटे की दूरी पर स्थित गोरखपुर हवाई अड्डे पर भी जेट के आगमन शुरू हो चुके हैं और यह भी पूरी तरह से भर जाएगा।
मेहरा ने हालांकि, चार्टर्स की कीमत का खुलासा नहीं किया, लेकिन जानकारों का अनुमान है कि फाल्कन 2000 जेट पर नौ यात्रियों के साथ मुंबई-गोरखपुर वापसी उड़ान का किराया लगभग 61 लाख रुपये हो सकता है।
कुछ खुदरा विक्रेताओं का कहना है कि राम की सोने और सोने की परत चढ़ी मूर्तियां और कलाकृतियों का भंडार खत्म हो चुका है। इनकी कीमतें 30,000 रुपये से लेकर 2.20 लाख रुपये तक है। मांग को पूरा करने के लिए हमने थाईलैंड से भी आयात किया है। लखनऊ में एचएस ज्वेलर्स के प्रबंधक बलदेव सिंह ने कहा, ग्राहक उपहार देने और घरों में रखने के लिए इन्हें खरीद रहे हैं। फिलहाल दो हफ्ते की वेटिंग लिस्ट है।
राममंदिर के बनने से यहां कारोबारी गतिविधियां उफान हैं। सरकारी अधिकारियों ने कहा, कुछ साल पहले इस धूल भरे शहर में जमीन की औसत कीमत अब लगभग नौ गुना बढ़ गई है। बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने 14 करोड़ रुपये में 10,000 वर्ग फुट प्लॉट खरीदा है। लोग आर्थिक समृद्धि पर तो दांव लगा रहे हैं लेकिन वे अयोध्या की कहानी का हिस्सा बनने के लिए भावनात्मक लगाव को भी यहां कारोबारी तरीके से अंजाम दे रहे हैं।