एफआईआई तोड़ेंगे रिकॉर्ड, साढ़े आठ माह में 1.74 लाख करोड़ के खरीदे शेयर
मुंबई। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने इस महीने में जब से शेयर बाजार में वापसी की है, सेंसेक्स लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है। एफआईआई ने चालू वित्त वर्ष यानी अप्रैल से अब तक के साढ़े आठ महीने में 1.74 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश शेयर बाजार में किया है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि ये निवेशक 2023-24 में किसी भी वित्त वर्ष में निवेश का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। निवेश का यह तेज रुझान जारी रहा तो मई से पहले सेंसेक्स 75,000 को भी पार कर सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों के बल पर सेंसेक्स ने इस महीने तीन रिकॉर्ड बनाए हैं। भगवा पार्टी के पक्ष में आए तीन राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद इन निवेशकों ने बाजार में जमकर निवेश किया। इससे पांच दिसंबर को सेंसेक्स ने 69,000 का रिकॉर्ड तोड़ा। उसके बाद 70,000 और फिर अब 71,000 का रिकॉर्ड तोड़ कर 72,000 का भी आधा रास्ता तय कर लिया है।
आंकड़े बताते हैं कि एफआईआई का अब तक सर्वाधिक निवेश का रिकॉर्ड 2020 21 में रहा है। उस समय कोरोना में बाजार की गिरावट में इन निवेशकों ने 2.74 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। उसके बाद चालू वित्त वर्ष में 1.74 लाख करोड़ का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। चालू वित्त वर्ष में अभी भी करीब साढ़े तीन महीने का समय बाकी है। ऐसे में निवेश का यह तेज रुझान चालू रहा तो इस दौरान एक लाख करोड़ रुपये का और निवेश हो सकता है।
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लि (एनएसडीएल) के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने अब तक जिन वित्त वर्षों में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर खरीदे हैं, उनमें 2010-11 में 1.10 लाख करोड़, 2012-13 में 1.40 लाख करोड़ और 2014-15 में 1.11 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे। इक्विटी के साथ ही डेट में भी इन निवेशकों ने इस साल 55,836 करोड़ रुपये का निवेश किया है। दरअसल, जेपी मॉर्गन ने अपने उभरते इंडेक्स में भारत के सरकारी बॉन्ड को अगले साल से शामिल करेगा। इस वजह से विदेशी निवेशक डेट में निवेश बढ़ा रहे हैं। सबसे ज्यादा खरीदी इक्विटी में जून में रहा है जो 47,148 करोड़ रुपये रहा है। दिसंबर में अब तक 42,733 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।