आईटीसी बनी भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी, अदाणी विल्मर पीछे
मुंबई- अदाणी विल्मर, ब्रिटानिया या पारले अब भारत की सबसे बड़ी फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) कंपनियां नहीं हैं। 2023-24 के पहले नौ महीनों में सितंबर तक घरेलू बिक्री के मामले में एक कंपनी इन कंपनियों से आगे निकल गई है।
नीलसनआईक्यू के आंकड़ों के अनुसार, ITC अब भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी है। ITC ने अवधि के दौरान 17,100 करोड़ रुपये की खाद्य बिक्री दर्ज की, इसके बाद ब्रिटानिया की 16,700 रुपये, अदानी विल्मर ने 15,900 रुपये और पारले प्रोडक्ट्स ने 14,800 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की।
मोंडेलेज़ और हिंदुस्तान यूनिलीवर ने क्रमशः 13,800 करोड़ रुपये और 12,200 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की। दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल अदानी विल्मर बाजार में सबसे आगे थी और ITC चौथे स्थान पर थी। अडाणी विल्मर के बाद ब्रिटानिया और पार्ले दूसरे और तीसरे स्थान पर थे।
खाद्य तेल की कीमतों में भारी गिरावट के कारण ITC अदाणी समूह की कंपनी से आगे निकलने में सफल रही है, जिससे अदाणी विल्मर के राजस्व पर असर पड़ा है। सितंबर में, खाद्य तेल की कीमत 1,000 डॉलर प्रति टन से कम थी, जो अप्रैल-मई 2022 में 2,000 डॉलर प्रति टन के अपने उच्चतम स्तर से आधी थी।
ITC के बड़े होने का एक अन्य कारण आटे की कीमतों में वृद्धि के कारण आशीर्वाद ब्रांड के राजस्व में उछाल है। इसके अलावा, कंपनी नए प्रोडक्ट लॉन्च करने में आक्रामक रही है। कंपनी पिछले कुछ सालों से हर साल बाजार में 100 से ज्यादा नए प्रोडक्ट पेश कर रही है।
वर्तमान में आईटीसी का खाद्य बिजनेस गैर-सिगरेट FMCG बिक्री में 82 प्रतिशत का योगदान देता है। अक्टूबर में, ITC ने 2023-2024 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ में 6.02% की वृद्धि की घोषणा की, जो 4,619.77 करोड़ रुपये की तुलना में 4,898.07 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह वृद्धि सिगरेट, FMCG और होटलों के प्रदर्शन से प्रेरित थी।