खुदरा निवेशकों का सितंबर तिमाही में 10 शेयरों में 62,100 करोड़ का निवेश
मुंबई-शेयर बाजार में खुदरा निवेशक जमकर दांव लगा रहे हैं। सितंबर तिमाही में इन्होंने केवल दस शेयरों में ही करीब 62,100 करोड़ रुपये का निवेश किया है। जबकि इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने कुल 44,112 करोड़ रुपये का निवेश किया है। यानी एफआईआई से ज्यादा शेयरों की खरीदी खुदरा निवेशक कर रहे हैं।
विदेशी निवेशकों ने सितंबर तिमाही में निवेश की रफ्तार घटा दी है। जुलाई में 46,618 करोड़ और अगस्त में 12,262 करोड़ की खरीदी के बाद इन निवेशकों ने सितंबर में 14,768 करोड़ के शेयर बेचे हैं।
आंकड़ों के अनुसार, खुदरा निवेशकों ने 62,100 करोड़ में से अकेले 75 फीसदी यानी 46,541 करोड़ रुपये एचडीएफसी बैंक के शेयरों में लगा दिया है। इस दौरान इन निवेशकों ने बैंक के 29 करोड़ शेयरों की खरीदी की है। दूसरे स्थान पर रिलायंस इंडस्ट्रीज है। इसमें खुदरा निवेशकों ने 3,560 करोड़ रुपये का निवेश किया है। एक साल पहले इन निवेशकों के पास रिलायंस के 50 करोड़ शेयर थे, जो इस सितंबर तिमाही में 52 करोड़ शेयर हो गए हैं।
खुदरा निवेशक ज्यादातर निवेश लार्ज कैप में किए हैं। ऑटो क्षेत्र में आयशर मोटर्स और टाटा मोटर्स में इनका निवेश ज्यादा रहा है। टाटा मोटर्स में 950 करोड़ के और आयशर में 744 करोड़ रुपये का शेयर इन निवेशकों ने खरीदा है। पांचवें स्थान पर आईटीसी है। इसमें एक हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। आईटी के 140 करोड़ शेयर खुदरा निवेशकों के पास हैं जो एक साल पहले 138 करोड़ था।
खुदरा निवेशक मिडकैप शेयरों में भी दांव लगा रहे हैं। इनमें पेज इंडस्ट्रीज, वेदांता, रेल विकास निगम और इंटरग्लोब (इंडिगो) है। पेज इंडस्ट्रीज के एक शेयर का भाव 37,000 रुपये है, फिर भी 3,250 करोड़ रुपये का निवेश इसमें किया गया है। जून तिमाही तक एक भी शेयर खुदरा निवेशकों के पास इस कंपनी का नहीं था। अब 8,35,249 शेयर हैं। वेदांता के 3,167 करोड़ और रेल विकास के 1,100 करोड़ के शेयर इन निवेशकों ने खरीदे हैं।
बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का पूंजीकरण 325 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 60 लाख करोड़ रुपये खुदरा निवेशकों का है। इस साल में इन निवेशकों ने 28 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस समय देश भर के हर पिनकोड से निवेशक बाजार में आ रहे हैं। केवल 33 पिनकोड (0.15 फीसदी) ऐसे हैं, जहां से निवेशक नहीं आ रहे हैं। एनएसई के एमडी आशीष कुमार चौहान ने कहा, शेयर बाजार में सीधे निवेश करना भी सही है। हालांकि, चौहान खुद केवल म्यूचुअल फंड में ही सीधे निवेश करते हैं।