20 साल बाद टाटा समूह का आईपीओ, अगले हफ्ते आएगा टाटा टेक इश्यू
मुंबई- आखिरकार करीब दो दशक का इंतजार खत्म हुआ। देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप का आईपीओ अगले हफ्ते आ सकता है। टाटा टेक्नोलॉजीज के इश्यू के रिटेल इन्वेस्टर्स के साथ-साथ विदेशी निवेशकों को भी बेसब्री से इंतजार है।
अमेरिका के कई जाने-माने इनवेस्टर्स ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है। इनमें मोर्गन स्टेनली इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट, ब्लैकरॉक और कुछ हेज फंड शामिल हैं। ये फंड्स करीब 2.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर कंपनी में निवेश कर सकते हैं। टाटा की यह कंपनी ऑटो और एयरोस्पेस कंपनियों को इंजीनियरिंग सर्विसेज देती है। टाटा ग्रुप का यह करीब दो दशक में पहला आईपीओ है। इस आईपीओ का आकार 35 से 37.5 करोड़ डॉलर हो सकता है।
टाटा टेक्नोलॉजीज की पेरेंट कंपनी टाटा मोटर्स ने पिछले महीने इसमें 9.9 परसेंट हिस्सेदारी बेची थी। इसमें से 9 परसेंट हिस्सेदारी टीपीजी ने 1,614 करोड़ रुपये में खरीदी थी। पुणे की इस कंपनी में टाटा मोटर्स की 74.69 फीसदी हिस्सेदारी है।
इसी तरह 8.96 फीसदी हिस्सेदारी अल्फा टीसी और 4.48 फीसदी हिस्सेदारी टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की है। यह टाटा संस के मौजूदा चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल में यह टाटा ग्रुप का पहला आईपीओ होगा। आईपीओ की सुगबुगाहट के साथ ही ग्रे मार्केट में टाटा टेक्नोलॉजीज के अनलिस्टेड शेयरों की डिमांड बढ़ गई है। पिछले कुछ दिन में ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम 40 रुपये बढ़कर 275 रुपये पर पहुंच गया है।
कंपनी ने अब तक इस इश्यू के आकार का खुलासा नहीं किया है लेकिन वैल्यूएशन के हिसाब से एनालिस्ट्स का मानना है कि यह 3,800 से 4000 करोड़ रुपये का हो सकता है। इसमें 95,708,984 शेयरों की बिक्री की जाएगी। टाटा मोटर्स 8.11 करोड़ शेयरों की बिक्री करेगी जबकि बाकी शेयर अल्फा टीसी होल्डिंग्स और टाटा कैपिटल ग्रोथ बेचेगी। इस इश्यू में 10 परसेंट कोटा टाटा मोटर्स के पात्र शेयरहोल्डर्स के लिए रखा गया है।
ये फंड्स टाटा टेक्नोलॉजीज के एंकर बुक राउंड में हिस्सा लेने की तैयारी में हैं। इसमें रिटेल और दूसरे निवेशकों के लिए इश्यू खुलने से पहले हाई-प्रोफाइल इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को शेयर अलॉट किए जाते हैं। जानकारों का कहना है कि बड़े निवेशक टाटा ब्रांड को लेकर काफी उत्साहित हैं। टाटा टेक्नोलॉजीज एक प्रॉफिटेबल कंपनी है और उसके लिए असीम संभावनाएं हैं। इसी कारण यह डिमांड में है। निवेश के लिए बातचीत 2.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर हो रही है जो पिछले महीने के मुकाबले करीब 25 परसेंट अधिक है।