रूस से सस्ते दामों पर कच्चा तेल खरीद भारत ने बचाए 22,490 करोड़ रुपये 

मुंबई- इस साल के पहले 9 महीनों में भारतीय कंपनियों ने रूस से सस्ते दामों पर तेल खरीदकर करीब ₹22,490 करोड़ बचाए हैं। भारत ने इस दौरान 6.91 करोड़ टन तेल रूस से इंपोर्ट किया है। जनवरी से सितंबर के बीच भारत ने रूस से ₹43,782 प्रति टन की रेट से तेल खरीदा है। इस दौरान इराक और दूसरे देशों में क्रूड ऑयल प्रति टन ₹47,019 की रेट में बिक रहा था। 

यूक्रेन के साथ युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसका फायदा दुनिया में क्रूड ऑयल के तीसरे सबसे बड़े इंपोर्टर भारत ने उठाया और यूरोप की जगह रूस से तेल का इंपोर्ट बढ़ा दिया था। भारत ने 2020 में रूस से अपनी जरूरत का सिर्फ 2% कच्चा तेल खरीदा था। रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने से ठीक पहले 2021 में टोटल सप्लाई 16% हो गई और 2022 में सप्लाई बढ़कर 35% तक पहुंच गई। 

फिलहाल भारत रूस से अपनी जरूरत का 40% क्रूड ऑयल खरीद रहा है। भारत की टोटल व्यापार वैल्यू में क्रूड ऑयल का हिस्सा एक तिहाई है। यानी भारत जो कुछ भी बाहर से इंपोर्ट करता है उसका करीब एक तिहाई हिस्सा क्रूड ऑयल होता है। इसलिए इस मुनाफे से व्यापार घाटे में कमी आएगी। 

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