सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ने किया मालामाल, दोगुना से ज्यादा का दिया फायदा
मुंबई- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली परिपक्वता अवधि 30 नवंबर को पूरी हो रही है। इन आठ वर्षों में इस बॉन्ड ने 13.63 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है। हालांकि, इसकी परिपक्वता अवधि की कीमत को आरबीआई इसी महीने जारी करेगा। इतना ज्यादा फायदा इसलिए मिला क्योंकि इस अवधि में सोने की कीमतों में दोगुना से ज्यादा उछाल आया।
आरबीआई ने पहली बार गोल्ड बॉन्ड की शुरुआत नवंबर, 2015 में की थी। नियमों के मुताबिक, परिपक्वता अवधि या बॉन्ड के भुनाने की कीमत सोने के 999 शुद्धता के पिछले हफ्ते (सोमवार से शुक्रवार) के औसत बंद भाव के आधार पर होती है। इस कीमत को इंडियन बुलियन एवं जूलरी एसोसिएशन जारी करता है।
आरबीआई ने हाल में 2017-18 के बॉन्ड से समय से पहले भी निकासी की घोषणा की थी। इसकी कीमत 6,116 रुपये प्रति ग्राम तय की गई थी। ऐसे में पहले बॉन्ड की कीमत इसी के आस पास हो सकती है। पहले चरण की कीमत 2,684 रुपये प्रति ग्राम तय की गई थी। गोल्ड बॉन्ड में शुरुआती निवेश पर सालाना 2.75 फीसदी की दर से तय ब्याज मिलता है। इसे छमाही आधार पर दिया जाता है।
आरबीआई हर वित्त वर्ष में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड किश्त जारी करता है। कोई भी न्यूनतम 1 ग्राम और अधिकतम 400 ग्राम के लिए निवेश कर सकता है। ट्रस्ट के लिए अधिकतम सीमा 20 किलो है। ऑनलाइन निवेश पर 50 रुपये प्रति ग्राम छूट है। बॉन्ड को बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, डाकघरों और एनएसई एवं बीएसई से खरीद सकते हैं।