अब इंडिगो फंसी, इंजन में मेटल पाउडर के कारण 35 विमान हो सकते हैं खड़े
मुंबई- पावडर मेटल की समस्या के चलते देश की सबसे बड़ी एयरलाइन, इंडिगो को करीब 30 से 35 विमानों को खड़ा करना पड़ सकता है। इंडिगो ने कहा कि प्रारंभिक आकलन और प्रैट एंड व्हिटनी से मिली जानकारी के मुताबिक, जनवरी-मार्च तिमाही में 35 विमानों को खड़ा करना पड़ सकता है।
प्रैट एंड व्हिटनी इंजन मुद्दे के चलते करीब इंडिगो के 40 विमान पहले से खड़े हैं। इंडिगो के पास 334 विमानों का बेड़ा है। इसमें से 176 ए320 नियो को एयरलाइन चलाती है। कुल 137 विमान प्रैट एंड व्हिटनी संचालित करती है। यह इंडिगो के कुल बेड़े का 41 फीसदी है। इंडिगो ने 2020 में अपने आखिरी प्रैट एंड व्हिटनी संचालित विमान की डिलीवरी ली थी। उसके बाद ए320 नियो और ए 321 नियो पर सीएफएम इंजन संचालित हो रहे हैं।
प्रैट एंड व्हिटनी की मूल कंपनी आरटीएक्स कॉर्प ने सितंबर में कहा था कि कुछ लोकप्रिय गियर वाले टर्बोफैन इंजनों को बनाने में इस्तेमाल होने वाले मेटल पावडर में मौजूदा खामियों से दिक्कत होती है। इससे इंजन में दरार भी हो सकता है। प्रैट एंड व्हिटनी ने इस साल जनवरी और जून के बीच अपने जीटीएफ इंजन के लिए 800 ऑर्डर को पार कर लिया था। इंजन निर्माता ने तब तक एयरलाइंस को पावडर मेटल मुद्दे के बारे में सूचित नहीं किया था।