इस आटोमोटिव शेयर ने पांच महीने में 500 रुपये को बनाया 1,000 रुपये
मुंबई- टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स (TACL) के शेयर शुक्रवार को BSE पर 20 प्रतिशत के अपर सर्किट पर बंद हुए। इसी के साथ कंपनी के शेयर 251.45 रुपये के नए उच्च स्तर पर पहुंच गए। पिछले पांच महीनों में, TACL के शेयर की कीमत दोगुनी से भी अधिक हो गई है, इस अवधि के दौरान 142 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल के बाद से यह 82 रुपये के स्तर से 206 फीसदी ऊपर चढ़ चुका है।
ऑटो एंसिलरी कंपनी का स्टॉक 1:5 के अनुपात में स्टॉक विभाजन के लिए पूर्व-दिनांकित हो गया है, यानी 10 रुपये अंकित मूल्य के 1 स्टॉक को 2 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य के 5 शेयरों में विभाजित किया गया है। अधिकांश निवेशकों के लिए इसकी ट्रेडिंग कीमत को अधिक आरामदायक सीमा तक कम करने और अपने शेयरों में ट्रेडिंग की तरलता बढ़ाने के लिए कंपनियां अक्सर अपने स्टॉक को विभाजित करने का विकल्प चुनती हैं।
TACL एक ऑटो कंपोनेंट प्लेयर है जिसके पास गास्केट, हीट शील्ड, फोर्जिंग, सस्पेंशन सिस्टम, एंटी-वाइब्रेशन उत्पाद और होसेस का विविध पोर्टफोलियो है। टैलब्रोस ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स के शेयर ने 11 अगस्त को छूए अपने पिछले हाई लेवल 232.59 रुपये (स्टॉक स्प्लिट के अनुसार समायोजित) को पार कर लिया।
कुल मिलाकर लगभग 10 लाख इक्विटी शेयरों की अदला-बदली हुई और NSE तथा BSE पर लगभग 1 लाख शेयरों के खरीद ऑर्डर लंबित थे। स्टॉक स्प्लिट का मकसद शेयरों की व्यापारिक गतिविधि और तरलता को बढ़ाना था, बड़े फ्री फ्लोट और प्रति शेयर कम कीमत के कारण बढ़ी हुई मात्रा के कारण शेयरों को निवेश के लिए अधिक आकर्षक बनाकर छोटे निवेशकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना था।