प्याज का दाम 57 फीसदी बढ़कर 47 रुपये किलो, सरकार दे रही 25 रुपये किलो
मुंबई- हाल में टमाटर की कीमतों में बेतहाशा तेजी के बाद अब प्याज भी लोगों को सताने लगी है। एक साल में दाम 57 फीसदी बढ़कर 47 रुपये किलो पर पहुंच गया है। कीमतों में इस तेजी के बाद केंद्र सरकार ने ग्राहकों को राहत देने के लिए रियायती दर पर ज्यादा प्याज बेचने का फैसला लिया है। फिलहाल 25 रुपये किलो प्याज सरकार बेच रही है।
गौरतलब है कि पिछले साल इस समय प्याज के दाम 30 रुपये किलो थे जो अब 50 रुपये के करीब पहुंच गए हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि हम अगस्त के मध्य से बफर से प्याज को छोड़ रहे हैं। कीमतों में और वृद्धि को रोकने के लिए हम खुदरा बाजार में ज्यादा प्याज छोड़ रहे हैं।
मंत्रालय के अनुसार, जिन राज्यों में कीमतों में तेज वृद्धि हो रही है, वहां थोक और खुदरा दोनों बाजारों में बफर स्टॉक से प्याज भेजा जा रहा है। अगस्त के मध्य से अब तक 22 राज्यों में विभिन्न स्थानों पर लगभग 1.7 लाख टन बफर प्याज भेजा गया है। खुदरा बाजारों में बफर प्याज को दो सहकारी निकायों एनसीसीएफ और एनएएफईडी आउटलेट व वाहनों के जरिये 25 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर बेचा जा रहा है।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुआई में देरी हुई है। इससे फसल की आवक में भी देर हुई है। खरीफ प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक नहीं हुई है। रबी सीजन की प्याज का भंडार खत्म होने से आपूर्ति कम हो रही है, जिससे कीमतें बढ़ रही हैं। रोहित कुमार ने कहा, सरकार ने चालू वर्ष के लिए बफर प्याज स्टॉक को दोगुना कर दिया है। इससे घरेलू उपलब्धता में सुधार होगा और आने वाले दिनों में कीमतों पर अंकुश लगेगा।