स्विगी, जोमैटो व रेस्तरां का गठजोड़, दोगुना भाव पर दे रहे ग्राहकों को खाना
मुंबई-फूड डिलीवरी एप स्विगी, जोमैटो रेस्तरां के साथ मिलकर गिरोहबाजी चला रहे हैं। यह सभी एक रणनीति के तहत ग्राहकों को खाना दोगुना भाव पर दे रहे हैं। साथ ही यह दोनों एप खाने की कीमत के बाद रेस्तरां से अपना कमीशन भी लेते हैं। यानी ग्राहकों से दोगुना पैसा वसूलने के बाद ये कमीशन से भी कमाई कर रहे हैं। हालांकि, इन एप का यह दावा है कि यह कीमत रेस्तरां ही तय करता है कि उसे किस भाव पर क्या बेचना है। कीमतों में हमारा कोई दखल नहीं होता है। हमारा एक मामूली शुल्क होता है और उसके बाद जो भी सरकार का टैक्स होता है वह रहता है।
इस बारे में जब कई रेस्तरां के मेनू देखे गए। इसमें पता चला कि रेस्तरां से सीधे खाना लेने पर अगर उसकी कीमत 100 रुपये है तो यही खाना स्विगी और जोमैटो पर 209 रुपये या इससे भी अधिक भाव पर मिलता है। यही नहीं, इस दोगुने भाव के बाद ये फूड डिलीवर रेस्तरां से कमीशन भी वसूलते हैं। जिससे ये दोनों ओर से जमकर कमाई कर रहे हैं।
कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि अगर कोई आइटम स्विगी या जोमैटो के एप पर तो दिखता है, लेकिन वही आइटम आप अगर रेस्तरां से लेने जाएं तो वहां उसे देने से मना कर दिया जाता है। रेस्तरां मालिक कहता है कि आप सीधे स्विगी या जोमैटो से बुक कर लीजिए। इसका मतलब कि यह तीनों पार्टियां एक गठजोड़ बनाकर ग्राहकों से ठग रही हैं।
रेस्तरां की तुलना में दोगुना भाव लेने के बाद भी स्विगी और जोमैटो ग्राहकों से डिलीवरी का शुल्क लेते हैं जो रेस्तरां नहीं लेता है। यही नहीं, अधिकतर मामलों में यह दोनों एप भारी ऑर्डर की मांग दिखाकर ज्यादा शुल्क भी वसूलते हैं। ऐसे में इन एप कई तरह के शुल्क के कारण ऑर्डर करने पर ग्राहकों को महंगा खाना मिलता है।
उदाहरण के तौर पर अंगीठी रेगुलर थाली की रेस्तरां की कीमत 179 रुपये है लेकिन जोमैटो और स्विगी पर यही थाली 259 रुपये में है। एसएमएस फूड रेस्तरां में दाल मखनी और बटर नॉन 160 रुपये में है जबकि एप पर केवल दाल मखनी की ही कीमत 252 रुपये है। श्याम डेयरी के खाने और एप पर इसके खाने की कीमत में अंतर 25 फीसदी का है।