महाराष्ट्र में शराब होगी महंगी, सरकार ने वैट में 5 प्रतिशत का किया इजाफा
मुंबई- महाराष्ट्र सरकार ने शराब कंपनियों के लिए बड़ा फैसला लिया है, जिसका असर सोमवार को शराब बेचने वाली कंपनियों के शेयरों पर पड़ सकता है। दरअसल, सरकार ने एक नवंबर से वैल्यू एडेड टैक्स में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अब यह बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। यह बदलाव केवल क्लब, लाउंज और बार में शराब पीने पर लागू होगा। नॉन काउंटर सेल पहले के प्राइस पर ही होगी।
जब भी किसी चीज पर टैक्स बढ़ाया जाता है तो आम लोगों के साथ-साथ उसका असर कंपनियों की अर्निंग पर भी पड़ता है। बाजार के जानकार मानते हैं कि सरकार के इस फैसले का असर शराब सेगमेंट में काम करने वाली कंपनियों के शेयर पर पड़ सकता है। हालांकि, यह शॉर्ट टर्म असर होगा, क्योंकि इंडिया में शराब की खपत काफी ज्यादा होती है और सरकार की सबसे ज्यादा इनकम भी इसी बिजनेस से होती है।
महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले का असर यूनाइटेड स्पिरिट्स , युनाइटेड ब्रूअरीज़, रेडिको खेतान , सुला वाइनयार्ड्स, तिलक नगर इंडस्ट्री, सोम डिस्टिलरीज एंड ब्रेवरीज लिमिटेड , पिकाडली एग्रो आदि शेयरों पर इसका असर पड़ सकता है। भारतीय शेयर बाजार में इनके अलावा भी कई सारी कंपनियां है।
युनाइटेड ब्रूअरीज ने इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के अपने रिजल्ट भी जारी कर दिए। कंपनी का मुनाफा 20 प्रतिशत घटकर 107.6 करोड़ आया। कंपनी की आय 14.13% बढ़कर 1890.1 करोड़ रुपये आई। एबिटडा मार्जिन भी 13.04% से घटकर 9.75 प्रतिशत आया। इसके बावजूद शुक्रवार को शेयरों में करीब 4 प्रतिशत की तेजी आई थी, क्योंकि रिजल्ट को लेकर जो बाजार ने अनुमान लगाया था, कंपनी ने उससे बेहतर रिपोर्ट किए।
बाजार बंद होने तक 2 प्रतिशत की तेजी के साथ इस कंपनी के शेयर बंद हुए। पिछले 6 महीने में यह शेयर केवल 11 प्रतिशत तक का ही मुनाफा दे पाया है। एक्सपर्ट का कहना है कि शराब और तंबाकू वाली कंपनियों पर हमेशा टैक्स बढ़ने की तलवार लटकी रहती है, इसलिए इन कंपनियों के शेयर काफी उतार चढ़ाव में रहते हैं।