आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड: एक बेजोड़ थीम जिसका लगातार रिटर्न दमदार

मुंबई। भारत को सर्विस इंडस्ट्री के एक हब के तौर पर जाना जाता है। लेकिन इसके साथ-साथ मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री भी देश में तेजी से विकास कर रहा है और देश के जीवीए (ग्रॉस वैल्यू एडेड) में 28% का योगदान देता है। मैन्युफैक्चरिंग थीम में ऐसे कई सेक्टर हैं जो आने वाले सालों में तेजी से विकास करने को तैयार हैं जिनमें ऑटोमोबाइल, डिफेन्स, खनन, कैपिटल गुड्स, रेलवे, कपड़ा, केमिकल, पेट्रोलियम व गैस शामिल है।

भारत के तेजी से हो रहे शहरीकरण और लोगों की बढ़ती इनकम का मतलब यह है कि आने वाले दिनों में हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग होगी। वैश्विक स्तर पर देखें तो कई देश एनर्जी सेक्टर में निवेश कम कर रहे हैं, जिससे भारत को फायदा होना तय है।

आयात प्रतिस्थापन (import substitution) और मैन्युफैक्चरिंग  को मजबूत बढ़ावा देने के लिए सरकार के कदम जैसे मेक इन इंडिया, परफॉर्मेंस लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई), मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स के लिए गति शक्ति, देश भर में एक्सप्रेसवे और राजमार्गों को पूरा करना, रक्षा निर्यात आदि पूरे थीम को सबसे आगे ले जाने के लिए तैयार हैं। यह कहा जा सकता है कि कंपनियां मजबूत ग्रोथ के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।

एक निवेशक के रूप में, थीम को अपनाना म्यूचुअल फंड रूट के लिए सबसे अच्छा है और विशेष रूप से आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड के माध्यम से इसके शानदार ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए, यह और भी मुफीद हो जाता है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड ने अक्टूबर 2018 में अपनी स्थापना के बाद से पिछले पांच वर्षों में लगातार अच्छा रिटर्न दिया है।

एक, तीन और पांच साल के आधार पर, फंड ने क्रमशः 35.3%, 34.7% और 19.7% का रिटर्न दिया है, जो एसएंडपी बीएसई इंडिया मैन्युफैक्चरिंग टीआरआई से 2.6 से 9.6 प्रतिशत ज्यादा बेहतर परफॉर्मेंस किया है। ये रिटर्न सभी कैटेगरी के इक्विटी फंडों में सबसे अच्छे हैं। पिछले पांच वर्षों में एसआईपी रिटर्न (एक्सआईआरआर) में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड ने 25.3% का मजबूत रिटर्न दिया है।

रिटर्न में निरंतरता भी फंड के पक्ष में जाता है। पिछले पांच के दौरान तीन-वर्षीय रोलिंग रिटर्न लेने से इसकी पुष्टि भी हो जाती है। अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2023 तक लगातार तीन साल के आधार पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग ने 24.6% का औसत रिटर्न दिया है। इसके अलावा, तीन साल के रोलिंग आधार पर उसे दौरान फंड ने लगभग 93.1% बार 18% से अधिक रिटर्न दिया है जो दर्शाता है कि यह स्कीम कितना स्थिर है।

आंकड़ों के मुताबिक, जब बाजार में तेजी होती है तो यह फंड बेंचमार्क से ज्यादा रिटर्न देता है। जब बाजार गिरता है तो उस समय यह बेंचमार्क से काफी कम गिरता है। यह फंड चक्रीय और रक्षात्मक दोनों सेक्टरों में निवेश के साथ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के एक क्रॉस-सेक्शन में निवेश कर रहा है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड निवेश के मिले जुले तरीके का अनुसरण करता है जिसमें वैल्यू और ग्रोथ दोनों स्टाइल का समावेश होता है।

यह फंड सभी तरह के बाज़ार पूंजीकरणों अर्थात लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश कर अपने पोर्टफोलियो निर्माण के लिए मल्टी-कैप अप्रोच अपनाता है। बेहतरीन परिणामों के लिए टॉप-डाउन और बॉटम-अप स्टॉक चयन पद्धति का मिला जुला अप्रोच चुना जाता है।वर्तमान में, फंड बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में ऑटो एन्सिलरी, कैपिटल गुड्स और सीमेंट पर अधिक फोकस करता है और कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल्स, मेटल और खनन तथा ऑयल एण्ड गैस पर कम फोकस रखता है। यह फार्मा और हेल्थकेयर पर न्यूट्रल है। सेक्टर में वेटेज को बैलेंस आउटलुक के साथ लिया जाता है और इसे कभी भी ज़्यादा नहीं किया गया है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मैन्युफैक्चरिंग फंड एक विविधीकरण एजेंट के रूप में आपके पोर्टफोलियो में एक और अच्छा निवेश हो सकता है।  

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