अब वेतन से नहीं चल रहा है लोगों का घर, लोग छोड़ रहे हैं नौकरी
मुंबई- कमरतोड़ महंगाई लोगों की नौकरी को अब लील रहा है। महंगाई से चलते लोग नौकरी छोड़ने को मजबूर हैं। क्योंकि जिस वेतन पर वे काम कर रहे हैं और महंगाई जिन कदर बढ़ी है उससे घर चलाना बेहद मुश्किल होता जा रहा है। पीडब्ल्यूसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में 26 फीसदी यानि हर चार में से एक कर्मचारी अगले वर्ष तक नौकरी छोड़कर जीविका चलाने के लिए कुछ काम करना चाहता है।
पीडब्ल्यूसी दुनियाभर में 53,912 कर्मचारियों पर सर्वे करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंची है। रिपोर्ट के मुताबिक कर्मचारियों का मानना है कि जिन वेतन पर वे नौकरी कर रहे हैं उससे घर खर्च चवाना बेहद मुश्किल होता जा रहा है और वे ईएमआई का भी भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इन कर्मचारियों को घर चलाने के लिए अपने जीवनभर की गाढ़ी कमाई को खत्म करना पड़ रहा है। यही वजह है कि अगले वर्ष तक लोग नौकरी छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। ये कर्मचारी अब नौकरी करने की जगह अपना खुद का कुछ काम शुरू करना चाहते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटेन में 47 फीसदी कर्मचारियों का कहना है कि महीने के आखिर में उनका पूरा वेतन खर्च हो चुका होता है और उनके पास बचत करने के लिए कुछ नहीं बचता है। 15 फीसदी कर्मचारियों का मानना है कि जिन सैलेरी पर वे नौकरी कर रहे हैं उससे घर के सभी बिलों का भुगतान करने में खुद को असमर्थ पाते हैं। ऐसे में ज्यादातर लोग नौकरी को छोड़कर खुद का व्यवसाय या काम करने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।
हालांकि जानकारों का मानना है कि आर्थिक अनिश्चितता के दौर में कर्मचारी ना चाहते हुए भी नौकरी जैसी अपनी जानी पहचानी चीजों को छोड़ नहीं पाते. भले ही जिन सैलेरी पर कर्मचारी काम रहा हो वो कम है लेकिन इसके बावजूद कर्मचारी नौकरी छोड़ नहीं पाता है। मतलन 2008 में वित्तीय संकट के चलते 26 लाख लोगों की नौकरी चली गई लेकिन इस अनिश्चितता के दौर पर लोग नौकरी बदलने से कतरा रहे थे और अमेरिका में इतिहास में सबसे कम लोगों ने नौकरी बदला था।