बढ़ सकती है अदाणी समूह की मुश्किलें, सेबी ने शुरू की नए मामले में जांच
मुंबई- अडानी ग्रुप के चेयरमैन और देश के दूसरे सबसे बड़े रईस गौतम अडानी की मुश्किल बढ़ सकती है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट रेगुलेटर सेबी अडानी ग्रुप और गल्फ एशिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट फंड के संबंधों की जांच कर रहा है। इस फंड का गठन ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में किया गया है और इसका मालिकाना हक दुबई के बिजनसमैन नासिर अली शबन अहली के पास है।
सेबी इस बात की जांच कर रहा है कि क्या इस मामले में शेयर ऑनरशिप से जुड़े नियमों के उल्लंघन हुआ है? रिपोर्ट में दो सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने हाल में एक रिपोर्ट में दावा किया था कि इस फंड ने अडानी ग्रुप की कई लिस्टेड कंपनियों में निवेश किया है
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में हेरफेर करने के आरोप लगाए गए थे। साथ ही दावा किया गया था कि कई संदिग्ध विदेशी शेल कंपनियों की अडानी ग्रुप में हिस्सेदारी है। हालांकि ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था। सेबी इस मामले की जांच कर रहा है। गल्फ एशिया फंड के साथ अडानी ग्रुप के संबंधों की जांच भी इसका हिस्सा है। सूत्रों के मुताबिक सेबी के जांचकर्ताओं के सामने बड़ा सवाल यह है कि क्या गल्फ एशिया और अडानी ग्रुप के अहम शेयरहोल्डर्स के बीच साठगांठ थी।