सितंबर में फिर खुले 30 लाख से ज्यादा डीमैट, जमकर आ रहे हैं नए निवेशक
मुंबई- सितंबर में लगातार दूसरे महीने 30 लाख से अधिक डिमटेरियलाइज्ड यानी डीमैट खाते खोले गए। इससे पता चलता है कि जब प्रत्यक्ष निवेश की बात आती है तो घरेलू शेयर बाजार मजबूत बना हुआ है।
महीने के दौरान, सेंसेक्स और निफ्टी ने दिसंबर 2022 में बनाए गए अपने सर्वाधिक उच्चतम स्तर को पार कर लिया और रिकॉर्ड संख्या में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) भी पेश किए गए। इन दो कारणों से डीमैट खाते खुलने की संख्या बढ़ी। इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप में शेयर, बॉन्ड और अन्य प्रतिभूतियों को रखने के लिए डीमैट खाते आवश्यक होते हैं।
देश की दो डिपॉजिटरी कंपनियां सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (सीडीएसएल) और नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (एनएसडीएल) द्वारा लगभग 31 लाख नए खाते जोड़े गए। पिछले महीने में इससे थोड़े अधिक खाते खुले थे और जनवरी 2022 के बाद से यह सर्वाधिक संख्या थी। बीते दो महीनों में करीब 62 लाख खाते जुड़ने के साथ कुल डीमैट खाता लगभग 13 करोड़ पहुंच गया है। यह देश की आबादी का लगभग 10 फीसदी है।
हालांकि, यह संख्या कुल विशेष निवेशकों को नहीं दर्शाती है क्योंकि एक व्यक्ति एक से अधिक डीमैट खाते खोल सकता है। पिछले महीने देश के शीर्ष शेयर बाजार एनएसई ने कहा कि शेयर बाजार में सीधे निवेश करने वाले विशेष निवेशकों की कुल संख्या 8 करोड़ से अधिक हो गई है।
उद्योग के जानकारों का कहना है कि व्यापक बाजारों में तेज बढ़त ने छोटे निवेशकों की भावनाओं को उत्साहित बनाए रखने में मदद की है। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांक क्रमशः 3.6 और 4.1 फीसदी बढ़े और प्रमुख सूचकांक निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन किया जो 2 फीसदी बढ़ा। अगस्त में निफ्टी में 2.5 फीसदी की गिरावट आई थी, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स करीब 5 फीसदी चढ़ा था।