विदेशों से पैसा भेजना होगा सस्ता, आरबीआई कई देशों से कर रहा बातचीत
नई दिल्ली। आने वाले समय में विदेशों से भारत में पैसा भेजना आसान हो सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इसके लिए योजना बना रहा है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबि शंकर ने कहा कि विदेशों से आसानी से पैसा भारत भेजा जा सके, इसके लिए कई देशों से लगातार बातचीत की जा रही है। रबि शंकर ने कहा, टेक्नोलॉजी के बाद भी दूसरे देशों से पैसा भेजने की लागत काफी ज्यादा है। जिससे निजात पाने के लिए कोशिशें की जा रही हैं।
2022 में एक देश से दूसरे देश में 830 अरब डॉलर की रकम भेजी गई थी। इसमें सबसे ज्यादा राशि भारत में भेजी गई थी। विश्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, कम राशि भेजने पर औसत शुल्क 6.2 फीसदी था। कुछ देशों के लिए यह लागत आठ फीसदी तक रह सकती है।
उप गवर्नर ने कहा, इंटरनेट डेटा के इतना सस्ता होने के दौर में इतनी ऊंची लागत होना पूरी तरह अविवेकपूर्ण है। मेरा मानना है कि मौजूदा टेक्नोलॉजी के दौर में यह स्थिति नहीं रह सकती है। धन भेजने की ऊंची लागत को कम करने के लिए भारत कोशिशें कर रहा है। हाल ही में पेश की गई डिजिटल मुद्रा सीबीडीसी इसका एक संभावित समाधान भी हो सकती है।
रबि शंकर ने कहा कि अगर हम सीबीडीसी सिस्टम को अलग-अलग देशों से जोड़ने के लिए तकनीकी रूप से समाधान लेकर आते हैं तो इससे भारत को विदेशों से धन भेजने पर आने वाली लागत में काफी गिरावट आएगी। भारत धन भेजने की ऊंची लागत में कमी लाने के लिए कई दूसरे देशों के साथ बातचीत कर रहा है।
भारत ने फरवरी में सिंगापुर के साथ यूपीआई-पेनाऊ को जोड़ने का समझौता लागू किया था। इससे एक-दूसरे देश में धन भेजना काफी सुविधाजनक हो गया है। जुलाई में भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ भी इसी तरह का एक समझौता किया है।