डॉलर के मुकाबले 17 देशों की तुलना में रुपया का रहा सबसे बेहतर प्रदर्शन
मुंबई- डॉलर की तुलना में लगातार कमजोर हो रहा रुपया अभी भी प्रमुख देशों की मुद्राओं की तुलना में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। बैंक ऑफ बड़ौदा की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर में दुनिया के 17 देशों की तुलना में सबसे कम 0.62 फीसदी भारतीय रुपया गिरा है। इस दौरान सबसे ज्यादा मैक्सिकन की मुद्रा में गिरावट आई है जो 4.80 फीसदी रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, डॉलर की तुलना में ताईवानी मुद्रा जहां 1.21 फीसदी कमजोर हुई, वहीं मलेशियाई मुद्रा 1.46 फीसदी टूट गई। सिंगापुर डॉलर में 1.52 फीसदी की गिरावट आई तो ऑस्ट्रेलिया की मुद्रा 1.74 फीसदी और दक्षिण अफ्रीका की मुद्रा 1.78 फीसदी गिर गई। ब्राजीलियन रीयल 2.15 फीसदी टूटी जबकि इंडोनेशिया की मुद्रा में 2.18 फीसदी गिरावट आई।
तुर्किश लिरा में 2.29 फीसदी और कोरियाई मुद्रा में 2.39 फीसदी गिरावट सितंबर में दर्ज की गई है। हालांकि, इस दौरान प्रमुख देशों में एकमात्र हॉन्गकॉन्ग रहा, जिसकी मुद्रा 0.10 फीसदी मजबूत हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर में रुपया 82.71 से 83.22 के बीच कारोबार किया है। पिछले दो माह में डॉलर इंडेक्स पांच फीसदी मजबूत हुआ है। आने वाले हफ्तों में रुपया 82.75 से 83.50 के बीच कारोबार कर सकता है।
रुपया में गिरावट मूल रूप से डॉलर के मजबूत होने, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आने के कारण हो रही है। यह आगे भी जारी रह सकती है, क्योंकि कच्चा तेल इस समय 95 डॉलर प्रति बैरल के पार हो चुका है और इसमें लगातार वृद्धि हो रही है। इसका असर यह होगा कि विदेशों में खर्च करना या पढ़ाई करना महंगा हो जाएगा। आयातित वस्तुएं महंगी होंगी और निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की ज्यादा कीमतें मिलेंगी।
सर्वाधिक गिरावट वाली मुद्राओं में मैक्सिकन मुद्रा 4.80 फीसदी, थाईलैंड की मुद्रा 4.60 फीसदी, ब्रिटेन की मुद्रा 4.41 फीसदी, यूरो 3.20 फीसदी, जापानी येन 2.64 फीसदी और कोरियाई मुद्रा में 2.39 पर्सेंट की गिरावट आई है। विश्लेषकों के मुताबिक, अगर रुपये में गिरावट जारी रही तो आरबीआई इसे रोकन के लिए डॉलर बेच सकता है। हाल के समय में आरबीआई ने ऐसा ही कदम उठाया था।