चीन की कंपनी अब नोएडा की भारतीय कंपनी से बनवाएगी स्मार्टफोन  

मुंबई- भारत सरकार की योजनाओं का चीनी कंपनियों पर असर पड़ता दिख रहा है। चीन की कंपनी शाओमी के स्मार्टफोन की मैन्युफैक्चरिंग अब उत्तर प्रदेश के नोएडा में होने जा रही है। डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी पडगेट इलेक्ट्रॉनिक्स ने बुधवार को घोषणा की कि उसने स्मार्टफोन और अन्य संबंधित प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए शाओमी के साथ एक समझौता किया है।  

इन स्मार्टफोन का प्रोडक्शन यूपी के नोएडा की पडगेट की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में किया जाएगा। गौरतलब है कि डिक्सन को मोबाइल मैन्युफैक्चरिॆंग के लिए केंद्र सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत प्रोत्साहन प्राप्त करने की मंजूरी दी गई है। यह वर्तमान में रिलायंस जियो, मोटोरोला और नोकिया के लिए फोन का प्रोडक्शन करती है। वहीं, शाओमी को भारत में कड़ी नियामक जांच का सामना करना पड़ रहा है। 

इस साल की शुरुआत में, शाओमी ने भारत के ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को अपने ब्लूटूथ नेकबैंड इयरफोन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया था। इसके पहले कंपनी इयरफोन का आयात चीन से करती थी। शाओमी और डिक्सन के बीच हुए सौदे पर टिप्पणी करते हुए, डिक्सन टेक्नोलॉजीज इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (एमडी), अतुल बी लाल ने कहा, ‘हमें शाओमी के साथ साझेदारी करके बेहद खुशी हो रही है, जो एक प्रतिष्ठित ब्रांड है। हम उनके द्वारा दिए गए भरोसे से खुश और प्रोत्साहित हैं।  

हमारा मानना ​​है कि इस सहयोग से भारतीय बिजनेस इकोसिस्टम में हमारे एक्सलेंस, बेहतर एक्जिक्यूशन ट्रैक रिकॉर्ड और शाओमी की विशेषज्ञता और लीडरशिप का फायदा मिल सकेगा। यह भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल में एक मील का पत्थर साबित होने जैसा है। लाल ने कहा, ‘हमें विश्वास है कि यह एक लंबे और बेहतर रिश्ते की शुरुआत है, और लगातार ग्रोथ के लिए साझा क्षमताओं को आगे बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं। 

केंद्र सरकार स्मार्टफोन निर्माताओं को अपने मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम में ज्यादा लोकल कंपनियों को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। यह घटनाक्रम जुलाई में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के कार्यालय में दोनों पक्षों की मुलाकात के बाद मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात की संभावनाएं तलाशने के बारे में की गई घोषणा के बाद हुआ है। 

चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, शाओमी इंडिया के नेतृत्व ने आज मुझसे मुलाकात की। उनसे निर्यात बढ़ाने, सप्लाई चेन इकोसिस्टम को मजबूत करने और भारत में मूल्य संवर्धन और सभी उत्पादों को डेटा प्राइवेसी के अनुरूप बनाने की हमारी अपेक्षाएं बताईं। डिक्सन फैक्टरी में तीन वर्षों में 4 अरब रुपये से ज्यादा का निवेश करेगी। फैक्टरी 300,000 वर्ग फुट से ज्यादा या छह फुटबॉल मैदानों के आकार में फैली हुई है और यह बड़े पैमाने पर शाओमी स्मार्टफोन का प्रोडक्शन करेगी। 

चीन की शाओमी को स्मार्टफोन असेंबलिंग के लिए डिक्सन के साथ साझेदारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है क्योंकि भारत चीनी कंपनियों पर मैन्युफैक्चरिंग से लेकर डिवाइस के डिस्ट्रीब्यूशन तक सब कुछ स्थानीयकृत (लोकलाइज) करने के लिए दबाव डाल रहा है।  

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