निकट समय में बाजार में आ सकती है बड़ी गिरावट, बरतनी होगी सावधानी 

मुंबई- महंगाई, वैश्विक चुनौतियां और कई देशों के बीच आपसी तनाव के चलते इस समय शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव है। ऐसे में आगे बाजार में बड़ी गिरावट आने की आशंका है। इस स्थिति में अगर आप को निवेश पर मुनाफा हुआ है तो इसे निकाल लेना चाहिए।  

सैमको सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक (ईडी) निलेश शर्मा कहते हैं कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने 15 सितंबर को 67,838 का अपना सार्वकालिक उच्च स्तर बनाया। हालांकि, वहां से लेकर यह अब तक 1,800 अंकों से ज्यादा टूट गया है। वैश्विक स्तर पर महंगाई और अन्य चुनौतियों के चलते शेयर बाजारों में काफी दबाव है। पूरी दुनिया में भारत का ही बाजार ऐसा है जो सकारात्मक रहा है जबकि बाकी बाजारों में गिरावट रही है।  

विश्लेषकों का मानना है कि जिस तरह की स्थितियां दिख रही हैं, ऐसे में अगर आपने किसी शेयर में मुनाफा कमाया है तो उसमें से निकल जाना चाहिए। हालांकि, इस समय कुछ ऐसे शेयर भी हैं जिनमें आप लंबे समय के लिए दांव लगा सकते हैं। चूंकि यह आम चुनाव के पहले वाला साल है, इसलिए बाजारों में तेजी दिख रही है, जैसा कि हर बार होते रहा है। ऐसे में आगे बहुत ज्यादा तेजी की उम्मीद भी नहीं है। 

शर्मा के मुताबिक, अप्रैल से लेकर अगस्त तक भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों ने बड़े पैमाने पर निवेश किया है। लेकिन सितंबर में इन्होंने सावधानी बरतनी शुरू कर दी है। आंकड़े बताते हैं कि जब भी विदेशी निवेशकों ने बाजार से पैसे निकाले हैं, बाजार में गिरावट रही है और यह उसी का संकेत है। मई, जून और जुलाई में हर महीने इन निवेशकों ने 43,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया। सितंबर में इन्होंने अब तक 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की निकासी की है। इसका एक कारण यह भी है कि अमेरिका में ब्याज दरें ऊपर हैं। ऐसे में ये निवेशक ऐसे जगह पैसा लगाना चाहते हैं जहां एक दो फीसदी कम रिटर्न मिले, पर वह जोखिम मुक्त हो। इसलिए ये निवेशक अमेरिका के डेट बाजारों में पैसे लगा रहे हैं। 

निलेश कहते हैं कि बाजार की हाल की तेजी में मिड और स्मॉल कैप शेयरों ने अच्छा खासा उछाल दिखाया है। हालांकि, लार्ज कैप का अभी भी बाजार को समर्थन नहीं है। आईटी और बैंकिंग क्षेत्र दबाव में हैं। सरकारी बैंक तेजी में हैं। ऐसे में निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। इस समय मेटल, सरकारी बैंक में निवेश कर सकते हैं। जबकि फार्मा और इन्फ्रा के शेयरों में मुनाफा वसूली करनी चाहिए। फार्मा क्षेत्र आगे ठीक-ठाक चल सकते हैं। अगर आप के पास 100 रुपये है तो इस समय 15 फीसदी रकम डेट में, 25 फीसदी सोने में और बाकी धीरे-धीरे इक्विटी में निवेश कर सकते हैं। 

हाल में सैमको सिक्योरिटीज के एक सर्वे में पता चला है कि दिल्ली के 58 फीसदी ट्रेडर्स पिछले वर्ष शेयर बाजार में खराब प्रदर्शन से जूझ रहे हैं। इसके मुताबिक, 89 फीसदी इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) ट्रेडर्स को वित्त वर्ष 2022 में औसतन 1.1 लाख रुपये का नुकसान हुआ। 65 फीसदी निवेशकों को शेयर बाजार के अपने सटीक रिटर्न का पता नहीं चल पाता है। 63 फीसदी निवेशक बाजार बेंचमार्क को पछाड़ने का लक्ष्य लेकर नहीं चलते हैं। ऐसे में जिन निवेशकों को बाजार की जानकारी नहीं है, या वे लगातार नुकसान झेल रहे हैं, उनको म्यूचुअल फंड में एसआईपी करना चाहिए। 

निलेश का कहना है कि अगर आप शेयर बाजार से पैसा कमाना चाहते हैं तो इसके लिए किसी फर्जी टिप या बिना सही सोर्स से आई जानकारी के आधार पर बाजार में प्रवेश न करें। बाजार में पैसा बनाने के लिए आपको पूरी योजना और धैर्य के साथ निवेश करना होगा। साथ ही लक्ष्य ऐसा हो कि आपका रिटर्न बेंचमार्क को पीछे छोड़ सके। अगर आप 10 शेयरों में निवेश करते हैं तो आपकी रणनीति ऐसी होनी चाहिए कि उसमें दो में 5 फीसदी का घाटा है तो 8 में 10 फीसदी का फायदा हो. 

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