भारत से निर्यात हुए स्मार्टफोन में एपल का हिस्सा 49 पर्सेंट से ज्यादा रहा
मुंबई- भारत में एपल का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक स्मार्टफोन के निर्यात में सैमसंग नंबर वन पर थी लेकिन एपल ने इसे पछाड़ दिया है। देश की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्यातक कंपनी अब दूसरे नंबर पर पहुंच गई है। जून तिमाही में भारत से कुल 1.2 करोड़ स्मार्टफोन का निर्यात हुआ, जिसमें एपल की बाजार हिस्सेदारी 49 फीसदी रही। जबकि, सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 45 फीसदी रही।
पिछले साल अप्रैल से जून के बीच भारतीय स्मार्टफोन निर्यात में ऐपल की हिस्सेदारी सिर्फ 9 प्रतिशत थी। लेकिन अब ये हिस्सेदारी, वॉल्यूम के टर्म में कुल स्मार्टफोन निर्यात का लगभग आधा हिस्सा है। एपल पहले ही अपने प्रीमियम और सुपर प्रीमियम सेगमेंट के कारण वैल्यू के हिसाब से सबसे बड़े स्मार्टफोन निर्यातक का टैग हासिल कर चुकी है।
भारत में तीन कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन एपल का प्रोडक्शन करती हैं। इसने बढ़ते भारतीय बाजार के साथ-साथ निर्यात को पूरा करने के लिए आईफोन 14 और उससे नीचे की कैटेगरी की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की। फॉक्सकॉन ने अपने चेन्नई प्लांट में एपल द्वारा नए लॉन्च किए गए आईफोन 15 की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि यही प्लांट iPhone 15 Plus मॉडल का प्रोडक्शन भी शुरू कर सकता है। इसके अलावा, सभी तीन मैन्युफैक्चरर्स स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग के लिए केंद्र सरकार की PLI योजना का हिस्सा हैं।
जैसे ही भारत से एप्पल का निर्यात बढ़ा है, उसके साउथ कोरियाई प्रतिस्पर्धी यानी सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी में तेजी से गिरावट आई है। अप्रैल से जून के बीच 84 फीसदी की तुलना में इस साल समान तिमाही में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी गिरकर 45 फीसदी रह गई है। विशेषज्ञों के मुताबिक, भारत में कंपनी का कमजोर परफॉर्मेंस का कारण वियतनाम पर उसका बढ़ता फोकस माना जा सकता है। कंपनी की सबसे बड़ी स्मार्टफोन फैक्टरी नॉर्थ वियतनाम में स्थित है।
हालांकि, एपल का ध्यान चीन से बाहर निकलने और भारत को अपना मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह जल्द ही भारत में आईपॉड भी बना सकती है।