जोहो का मैनेजइंजन कंपनियों के लिए बेहतर टेक सॉल्यूशन करा रहा उपलब्ध
नई दिल्ली। तेजी से बढ़ रहे डिजिटल प्रसार के बीच अब छोटी कंपनियों को भी खतरे का डर सता रहा है। ऐसे में छोटी कंपनियां भी अब ऐसे सॉफ्टवेयर की मदद ले रही हैं, जो उन्हें इन खतरों से बचा सके। एक अरब डॉलर वाली कंपनी जोहो कॉरपोरेशन के इंजीनियरिंग प्रमुख शैलेष डेवी ने बताया कि छोटी कंपनियों को भी एहसास है कि सॉफ्टवेयर से उन्हें बहुत मदद मिलेगी। वे इसे एक निवेश के रूप में देख रही हैं।
डेवी के अनुसार, यह कंपनियां जब प्रौद्योगिकी खरीदती हैं और उनका उपयोग करती हैं तो वे यह भी सुनिश्चित करना चाहती हैं कि वे इसका बेहतर उपयोग करें। ऐसे में मैनेजइंजन इस तरह की कंपनियों के लिए एक बेहतर टेक सॉल्यूशन उपलब्ध कराता है। मैनेजइंजन के लिए भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाला बाजार है। डेवी कहते हैं कि राजस्व के मामले में भारत मैनेजइंजन का तीसरा बड़ा बाजार है।
उन्होंने कहा, जोहो में कुल 15,000 कर्मचारी हैं जिसमें से 5,000 मैनेजइंजन में हैं। मैनेजइंजन का राजस्व सालाना 50 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। क्लाउड व्यवसाय बहुत तेजी से बढ़ रहा है। डेवी कहते हैं कि इन छोटी कंपनियों के लिए हमारे 20 ऑफिसेस दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में हैं। यह दिल्ली, एनसीआर, बिहार सहित अन्य इलाकों में फैले छोटे उद्योगों को सॉफ्टवेयर में मदद कर रहे हैं। जोहो के दस करोड़ से अधिक ग्राहक हैं।