टाटा समूह लाएगा सबसे बड़ा आईपीओ, टाटा संस जल्द आ सकती है बाजार में
मुंबई- शेयर बाजार में पहले से टाटा के कई शेयर लिस्टेड हैं। आखिरी बार टाटा समूह का आईपीओ करीब 2 दशक पहले आया था, जब समूह की आईटी कंपनी टीसीएस बाजार में उतरी थी। उसके बाद अब टाटा समूह के घराने से नए आईपीओ निकलकर आने वाले हैं। अभी टाटा के आईपीओ के नाम पर महीनों से टाटा टेक्नोलॉजीज की चर्चा हो रही है। इस बीच एक ताजे नियामकीय बदलाव ने टाटा समूह के एक और आईपीओ की राहें तैयार कर दी है।
अब टाटा समूह से जो नया आईपीओ आ सकता है, वह समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस का होने वाला है। रिजर्व बैंक ने रेगुलेशंस में कुछ बदलाव किया है। बदलावों के तहत रिजर्व बैंक ने टाटा संस को अपर-लेयर एनबीएफसी की कैटेगरी में डाला है। टाटा संस इस कैटेगराइजेशन से बचने के विकल्पों पर गौर कर रही है। इस मामले में जो सबसे सरल विकल्प है, वह है बाजार में लिस्ट होने का. अगर टाटा संस बाजार में लिस्ट होने का विकल्प चुनती है तो उसे इसके लिए आईपीओ लाने की जरूरत पड़ेगी।
मौजूदा नियमों के अनुसार, टाटा संस के पास बाजार में लिस्ट होने के लिए 2 साल का समय है। यानी टाटा संस को सितंबर 2025 से पहले आईपीओ लेकर आना पड़ेगा। अभी टाटा संस की वैल्यू करीब 11 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है। अगर आईपीओ आता है तो टाटा ट्रस्ट समेत टाटा संस के विभिन्न शेयरहोल्डर्स को हिस्सेदारी 5 फीसदी तक कम करनी पड़ेगी। टाटा संस में अभी सबसे ज्यादा 66 फीसदी हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट्स के पास है। इस हिसाब से कैलकुलेट करें 5 फीसदी होल्डिंग वाले आईपीओ की वैल्यू करीब 55 हजार करोड़ रुपये हो जाती है।
अभी तक भारत के बाजार में इतने बड़े साइज का आईपीओ नहीं आया है। भारतीय बाजार के इतिहास के सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड फिलहाल सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के पास है। एलआईसी पिछले साल 21 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी, जो भारतीय बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ। उससे पहले यह रिकॉर्ड पेटीएम के नाम था।
टाटा समूह उससे पहले टाटा टेक्नोलॉजीज का आईपीओ लेकर आने की तैयारी में है। इसके लिए सेबी के पास ड्राफ्ट सौंपा जा चुका है और बाजार नियामक से डीआरएचपी को मंजूरी भी मिल चुकी है। यह आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस यानी ऑफर फोर सेल होने वाला है, जिसका मतलब हुआ कि इश्यू में मौजूदा शेयरहोल्डर अपनी होल्डिंग को बेचने का ऑफर देंगे। अभी इस आईपीओ की तारीख का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि यह आईपीओ अगले एक-डेढ़ महीने में पेश हो जाएगा।