डॉलर की कमी से 22 देश भारत के साथ रुपये में करना चाहते हैं कारोबार
मुंबई- भारत के साथ रुपये में कारोबार करने के लिए करीब 22 देश इच्छुक हैं। ये ऐसे देश हैं जिनके पास डॉलर की कमी है। इन सबके साथ मोल भाव हो रहा है। इन सभी ने हमसे संपर्क किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा, हम इन देशों के साथ बात कर रहे हैं।
सीतारमण ने कहा, जिन देशों के पास अब डॉलर जैसी रिजर्व करेंसी की सुविधा नहीं है, वे रुपये में व्यापार करने से खुश हैं। खासकर इसलिए क्योंकि उन्हें लगता है कि यह कई अन्य मुद्राओं के मुकाबले स्थिर है। इससे उन्हें यह भी तसल्ली मिलती है कि भारत एक उभरता हुआ बाजार है।
भारत ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में भारतीय रुपये के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ उपाय किए हैं। दक्षिण एशियाई देश ने घरेलू बैंकों के भीतर विशेष रुपया वोस्ट्रो खाते स्थापित किए हैं। इससे 22 विभिन्न देशों के बैंकों के साथ सहयोग के माध्यम से राष्ट्रीय मुद्राओं के लेन-देन की सुविधा मिलती है।
जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा था कि ब्रिक्स ढांचे के भीतर राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार निपटान के संबंध में चर्चा सकारात्मक रही है। क्वात्रा ने कहा कि ब्रिक्स देश काफी समय से इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि एक ऐसा तंत्र कैसे बनाया जाए जिसके माध्यम से प्रत्येक ब्रिक्स देश कम से कम राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार निपटान शुरू कर सके।