बायजू ने हेज फंड को ट्रांसफर किया 53.3 करोड़ डॉलर, कर्जदारों का आरोप
मुंबई- दिग्गज एडटेक स्टार्टअप बायजू ने तीन साल पुराने एक हेज फंड में 53.3 करोड़ डॉलर ट्रांसफर किया है। मियामी-डेड काउंटी अदालत में जमा दस्तावेज के मुताबिक, बायजू को उधार देने वाले वित्तीय संस्थानों ने आरोप लगाया कि बायजू ने विलियम सी. मॉर्टन के स्थापित निवेश फर्म कैमशॉफ्ट कैपिटल को पिछले साल करोड़ों डॉलर ट्रांसफर किए थे।
इसके अलावा इस फंड ने एक बार दावा किया था कि इसका मुख्य कारोबार मियामी में आईएचओपी पैनकेक रेस्तरां का है। ऋणदाताओं ने कहा है कि निवेश में औपचारिक प्रशिक्षण की स्पष्ट कमी के बावजूद मॉर्टन के फंड को पैसा मिला। बायजू जब पैसे भेजे थे, उसके बाद से अब तक फेरारी रोमा, लंबोर्गिनी और एक रोल्स-रॉयस जैसी लक्जरी कारें मार्टिन के नाम से दर्ज की गई हैं।
बायजू ने नवंबर 2021 में अमेरिका के वित्तीय संस्थानों के एक समूह से 1.2 अरब डॉलर का टर्म लोन लिया था। इस साल जून में, वह 4 करोड़ डॉलर का ब्याज चुकाने में विफल रहा। बायजू अपने टर्म लोन बी ऋणदाताओं के साथ बातचीत कर रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में, उसने कर्ज चुकाने के लिए अपनी दो संपत्तियों ग्रेट लर्निंग और एपिक को बेचने का प्रस्ताव रखा था।
कर्जदाताओं का आरोप है कि उनकी रकम नहीं लौटाने के लिए इस हेज फंड में 53.3 करोड़ डॉलर की राशि ट्रांसफर की गई थी। बायजू के प्रवक्ता ने कहा, किसी भी दूसरे बड़े कॉरपोरेट संगठन की तरह बायजू की इकाई अल्फा ने भी अरबों डॉलर के निवेश फंड में निवेश किया है। हमारे ऋण समझौते में आवंटित कर्ज राशि के हस्तांतरण या निवेश पर किसी तरह की रोक नहीं है। ऐसे में बायजू को जमानत के तौर पर कोई भी राशि रखने की जरूरत नहीं है।