क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस भारत में बंद करेगा अपनी सेवा, ग्राहकों को दी जानकारी 

मुंबई- ग्लोबल क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनबेस भारत में अपनी सर्विस बंद करने जा रहा है। क्रिप्टो एक्सचेंज ने अपने ग्राहकों को मेल करके इसके बारे में जानकारी दी है। मेल में एक्सचेंज ने कस्टमर्स को 25 सितंबर तक अपने पैसे निकालने की सलाह दी है। 

25 सितंबर के बाद भारत में कॉइनबेस की वेबसाइट और ऐप को ग्राहकों को एक्सेस नहीं कर पाएंगे। इससे पहले यूजर्स क्रिप्टो के बेचते हुए अपना पूरा पैसा निकाल सकते हैं। यदि कॉइनबेस यूजर्स क्रिप्टो को नहीं बेचना चाहते हैं तो वे अपने अकाउंट को अन्य क्रिप्टो एक्सचेंजों से लिंक कर सकते हैं। इसके साथ ही अपने पैसे को भी उस क्रिप्टो एक्सचेंज अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं। 

पिछले साल एक्सचेंज के फाउंडर ब्रेन आर्मस्ट्रांग ने भारत में एक्सचेंज की सर्विस को ऑफिशियल तौर पर लॉन्च करने के लिए भारत आए थे। उन्होंने घोषणा की थी कि भारत में प्लेटफार्म यूजर्स को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के माध्यम से पैसे एड करने की अनुमति मिलेगी। 

क्रिप्टोकरंसी डिजिटल करंसी होती है। ऑनलाइन माध्यम से दुनियाभर में इसका लेन-देन किया जा सकता है। इसे रेग्युलेट करने के लिए एनक्रिप्शन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है। इसे कोई केंद्रीय बैंक, ऋण संस्था या कोई ई-पैसा संस्थान जारी नहीं करता है। इस लिहाज से वर्चुअल करंसी एक तरीके का अनियंत्रित डिजिटल धन होता है। इसे बनाने वाले ही जारी करते हैं और नियंत्रित करते हैं। 

दुनिया की कई रेग्युलेटरी संस्थाएं प्रमुख क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन में ट्रेडिंग के खिलाफ चेतावनी दे चुकी हैं, जबकि कुछ देश इसके समर्थन में हैं। 2017 में जापान ने बिटकॉइन को वैध करंसी का दर्जा दिया था। 

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