रिलायंस के मार्केट कैप के बराबर एपल को दो दिनों में 16.40 लाख करोड़ घाटा
नई दिल्ली। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी एपल को दो दिनों में करीब 200 अरब डॉलर (16.40 लाख करोड़ रुपये) का झटका लगा है। भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस का मार्केट कैप 17 लाख करोड़ रुपये है। यानी उतना का नुकसान तो एपल को केवल दो दिनों में ही हो गया है।
दरअसल, चीन की सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को आईफोन या फिर दूसरे विदेशी ब्रांड के उपकरणों को काम के दौरान इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस फैसले से एपल का शेयर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर बुधवार को चार और बृहस्पतिवार को 3 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया। यह 4 अगस्त के बाद एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
पहली बार जून में एपल का बाजार पूंजीकरण तीन लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंचा था। इस समय यह 2.77 लाख करोड़ डॉलर है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन में केंद्र सरकार के कुछ नियामकों को चैट ग्रुप या मीटिंग में ये निर्देश मिला कि वो एपल या दूसरे विदेशी ब्रांड के गैजेट्स को ऑफिस लाना बंद करें। हालांकि ये आदेश कितने बड़े पैमाने पर लागू किया जाएगा, ये साफ नहीं हुआ है।
एपल के उत्पाद चीन में बहुत लोकप्रिय हैं। चीन के टेक्नोलॉजी उद्योग को नियंत्रित करने की अमेरिका की कोशिशों से बढ़ती नाराजगी के बावजूद, एपल को अपने सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय बाजार चीन में अच्छी खासी लोकप्रियता हासिल है। एपल के लिए चीन तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। 2022 में एपल के कुल राजस्व में चीन का हिस्सा 18 फीसदी था।