वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, म्यूचुअल फंड में रिकॉर्ड निवेश आ रहा 

मुंबई- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 में कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत के वित्तीय इकोसिस्टम ने बड़ी ग्रोथ दर्ज की है। निर्मला सीतारम ने यह भी बताया कि भारत ने पिछले चार वित्तीय वर्ष में कैसे संपत्ति बनाई है। 

निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘एक समय था जब कन्वेंशन फाइनेंशियल एक्टिविटीज फाइनेंशियल इकोसिस्टम की रीढ़ की हडि्डयां थीं, लेकिन आज फिनटेक एक अधिक मजबूत और डायनेमिक वित्तीय समावेशी साधन बन गया है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि डीमैट अकाउंट्स की संख्या 2019-20 में 4.1 करोड़ से 2.5 गुना बढ़कर 2022-23 में 10 करोड़ हो गई है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि अब रिकॉर्ड संख्या में म्यूचुअल फंड और SIPs रजिस्टर्ड किए जा रहे हैं, जो संपत्ति बनाने में मदद करते हैं। 

उन्होंने कहा, ‘भारत के टॉप-30 शहरों से आमतौर पर औपचारिक बचत में आगे रहने की उम्मीद की जाती है। हालांकि, पिछले चार सालों में कुल म्यूचुअल फंड इकोसिस्टम में टॉप-30 शहरों को छोड़कर अन्य शहरों की हिस्सेदारी 15% से बढ़कर 26% हो गई है। इसलिए यह 30 से ज्यादा शहर हैं, जो भारत के वित्तीय इकोसिस्टम में योगदान दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि SIPs जैसे इंस्ट्रूमेंट्स वेल्थ-क्रिएशन के अवसर का डेमोक्रिटाइजिंग कर रहे हैं। 

निर्मला सीतारमण ने भारत का रुख दोहराया कि वह ग्लोबल यानी वैश्विक सहयोग चाहता है और क्रिप्टोकरेंसी जैसे क्षेत्रों से उत्पन्न खतरों का मुकाबला करने के लिए एक फ्रेमवर्क यानी रूपरेखा आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘जब तक आप वैश्विक सहयोग के लिए नहीं जाते, आपको एक जिम्मेदार वित्तीय इकोसिस्टम नहीं मिलेगा जो इसे रेगुलेट भी कर सके। वर्तमान में भारत में क्रिप्टो एसेट्स अनरेगुलेटेड हैं। 

केंद्रीय वित्त मंत्री ने बैंकों और वित्तीय रूप से यह सुनिश्चित करने को भी कहा है कि उनके ग्राहकों को अपने नॉमिनीज को रजिस्टर करें, जिससे अनक्लेम्ड मनी की मात्रा को कम करने में मदद मिल सके। वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं चाहती हूं कि बैंकिंग सिस्टम, फाइनेंशियल इकोसिस्टम, म्यूचुअल फंड्स और शेयर मार्केट्‌स…हर कोई यह ध्यान रखे कि जब कोई अपने ग्राहक के पैसे का लेनदेन करता है, तो ऑर्गेनाइजेशन को उसके भविष्य के बारे में सोचना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक अपने नॉमिनीज यानी उत्तराधिकारी को रजिस्टर करें और उनका नाम-पता व अन्य डिटेल्स दें।’ 

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