अगस्त में यूपीआई से टूटा रिकॉर्ड, 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा लेनदेन
मुंबई- अगस्त 2023 में UPI ट्रांजैक्शन की संख्या बढ़कर 1,024 करोड़ हो गई है। इस दौरान कुल लेनदेन की राशि 15.18 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा रही है। यह ट्रांजैक्शन पिछले साल इसी महीने के मुकाबले करीब 400 करोड़ ज्यादा है और इसके जरिए ट्रांसफर की गई राशि करीब 5 लाख करोड़ रुपए ज्यादा है। अगस्त 2022 में UPI से टोटल 658 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए थे। इस साल जुलाई में UPI के जरिए टोटल ट्रांजैक्शन 996 करोड़ रहे थे।
पर्सन-टू- मर्चेंट (P2M) यानी UPI ट्रांजैक्शन सालान दर पर 100% से ज्यादा की गति से बढ़ रहा है। टोटल ट्रांजैक्शन में P2M की हिस्सेदारी पर्सन-टू-पर्सन (P2P) ट्रांजैक्शन की तुलना में ज्यादा है। आने वाले 18 से 24 महीनों में UPI लेनदेन 20 लाख करोड़ के पार हो सकता है। इसमें पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) की बड़ी हिस्सेदारी होगी।
इसी साल मार्च में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के CEO दिलीप अस्बे ने कहा था कि अगर इस प्लेटफॉर्म में निवेश मिले तो ट्रांजैक्शन के आंकड़े 10 गुना बढ़कर रोज 300 करोड़ तक हो सकते हैं। भारत ‘रियल टाइम पेमेंट’ टेक्नोलॉजी के मामले में एक ग्लोबल लीडर के रूप में सामने आया है। भारत की इस इमेज के लिए यह एक ड्राइविंग फोर्स की तरह खड़ा है। भारत फिलहाल नेपाल, भूटान और श्रीलंका में UPI के जरिए ट्रांजैक्शन की सुविधा दे रहा है। वहीं सिंगापुर, UAE सहीत कई देशों के साथ इसको आगे बढ़ाने को लेकर बात कर रहा है।