बीपीसीएल अगले पांच सालों में विस्तार पर करेगी 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश
मुंबई- भारत पेट्रोलियम कॉर्प लिमिटेड (BPCL) ने अपनी पहल, ‘प्रोजेक्ट एस्पायर’ पर अगले पांच वर्षों में लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। बीपीसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जी कृष्णकुमार ने सोमवार को कंपनी की 70 वीं वार्षिक आम बैठक में कहा कि प्रोजेक्ट एस्पायर के तहत ऑइल मार्किटिंग कंपनी केवल अपने तेल कारोबार को बढ़ाएगी। साथ ही अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का भी विस्तार करेगी। कंपनी ने 2040 तक नेट-शून्य कार्बन एमिशन का लक्ष्य रखा है।
कृष्णकुमार ने बैठक में कहा, “कंपनी ने अगले पांच वर्षों में लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का नियोजित पूंजीगत व्यय निर्धारित किया है। यह खर्च बीपीसीएल को भविष्य की पीढ़ियों के लिए पृथ्वी को संरक्षित करते हुए हमारे हितधारकों के लिए लॉन्ग टर्म वेल्यू बनाने में सक्षम बनाएगा।”
कृष्णकुमार ने यह भी कहा कि बीपीसीएल ग्रीन हाइड्रोजन, कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण और एमिशन में कमी लाने के लिए एनर्जी एफिशियंसी में सुधार समेत परियोजनाओं के लिए अब से 2040 के बीच 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी। बीपीसीएल अपनी 240,000 बैरल प्रतिदिन (बीपीडी) मुंबई रिफाइनरी और मध्य भारत में बीना रिफाइनरी के लिए 50 मेगावाट कैप्टिव पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी।
कंपनी को 2025 तक 1 गीगावाट (GW) और 2040 तक 10 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने की उम्मीद है। कृष्णकुमार ने कहा कि बीपीसीएल के साथ भारत ओमान रिफाइनरीज के विलय ने कंपनी की रिफाइनिंग क्षमताओं को महत्वपूर्ण बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा कि बीपीसीएल अपनी बीना रिफाइनरी की क्षमता 7.8 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 11 एमएमटीपीए कर रही है, जिससे उत्तरी और मध्य भारत में उसके बाजार सुरक्षित हो जाएंगे। विस्तार के बाद बीना रिफाइनरी की क्षमता लगभग 220,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) हो जायेगी। बीपीसीएल अपनी बीना रिफाइनरी में 156,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) पर 490 अरब रुपये का एथिलीन क्रैकर भी बना रही है।