21 साल के लड़के ने खड़ी की अरबों डॉलर की कंपनी, साल का पहला यूनिकॉर्न 

मुंबई- ऑनलाइन ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप जेप्टो ने सीरीज-ई फंडिंग में 1,653 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इससे कंपनी का मूल्य12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हो गआ है। इसके साथ ही जेप्टो साल 2023 का पहला यूनिकॉर्न बन गया है। इस फंडिंग का नेतृत्व अमेरिका बेस्ड निजी बाजार निवेश फर्म स्टेपस्टोन ग्रुप ने किया। यह स्टेपस्टोन ग्रुप का किसी भारतीय कंपनी में पहला प्रत्यक्ष निवेश है। 

इसके अलावा, कैलिफोर्निया के कंज्यूमर फोकस्ड वेंचर कैपिटल फर्म गुडवॉटर कैपिटल ने एक नए निवेशक रूप में फंडिंग राउंड को जॉइन किया। वहीं, मौजूदा निवेशकों जैसे नेक्सस वेंचर पार्टनर्स, ग्लेड ब्रुक कैपिटल, लकी ग्रूम और अन्य ने Zepto में अपने निवेश को दोगुना कर दिया। 

जेप्टो की स्थापना साल 2021 में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट आदित पालीचा और कैवल्य वोहरा ने की थी। ये अगले 2-3 साल में शेयर मार्केट में लिस्टिंग की भी योजना बना रहे हैं। जेप्टो देशभर में वितरण केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से 10 मिनट में 6,000 से अधिक किराना उत्पादों को डिलीवर करता है। इस मॉडल को क्विक कॉमर्स के रूप में जाना जाता है, लेकिन इसे हाई कैश बर्न और टिकाऊ बिजनस मॉडल की कमी के लिए सवालों के घेरे में रखा गया है। 

आदित पालिचा साल 2001 में मुंबई में पैदा हुए थे। उन्होंने अपना बिजनस करियर सिर्फ 17 साल की उम्र में शुरू किया था। पालिचा ने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की है। अपनी पढ़ाई के लिए वे यूएस स्टैनफोर्ड गए थे। लेकिन स्टार्टअप शुरू करने की जिद के चलते उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और गोपूल नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया।  

इसके बाद उन्होंने एआई बेस्ड प्रोजेक्ट प्रिवासी की भी स्थापना की। अप्रैल 2021 में आदित और उनके दोस्त कैवल्य वोहरा ने ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए वेब प्लेटफॉर्म जेप्टो की स्थापना की। ऑपरेशन के एक महीने बाद ही इस स्टार्टअप की वैल्यूएशन 200 मिलियन डॉलर पर पहुंच गई थी। 

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