गो फर्स्ट के 500 पायलटों ने दूसरी एयरलाइंस कंपनियों में शुरू की नौकरी
मुंबई- आर्थिक परेशानियों से घिरी गो फर्स्ट की मुश्किलें खत्म होने का नाम नाम ही नहीं ले रही है। कंपनी तीन महीने से अधिक वक्त से अपने कर्मचारियों को सैलरी नहीं दे पा रही है। ऐसे में गो फर्स्ट के 500 पायलटों ने कंपनी को छोड़ दूसरी एयरलाइंस ज्वाइन कर ली है। गो फर्स्ट के कुल 600 पायलटों में से 500 पायलटों ने अन्य कंपनियों को ज्वाइन कर लिया है। ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी का साथ छोड़ने वालों में पायलटों के अलावा केबिन क्रू मेंबर्स, एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर भी शामिल हैं।
गो फर्स्ट के 1200 से अधिक कर्मचारियों ने जुलाई से लेकर अब तक इस्तीफा दे दिया है। ऐसे में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 4,200 से घटाकर 3,000 के करीब रह गई है। इसके साथ ही रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अगले दो से तीन महीने के भीतर 500 से 600 और कर्मचारी कंपनी छोड़ सकते हैं। इन एंप्लाइज ने अपना इस्तीफा कंपनी को सौंप दिया है और वह नोटिस पीरियड सर्व कर रहे हैं। ऐसे में कंपनी में कर्मचारियों की संख्या सितंबर तक घटाकर 2,500 रह जाएगी।
गौरतलब है कि वित्तीय संकट का सामना कर रही गो फर्स्ट को जुलाई 2023 में DGCA से संचालन की अनुमति मिल गई थी। डीजीसीए ने कंपनी को 15 एयरक्राफ्ट और हर दिन 114 उड़ानों के संचालन की आज्ञा दी थी। डीजीसीए ने यह परमिशन अंतरिम फंड की उपलब्धता और फ्लाइट शेड्यूल के अप्रूवल के बाद ही दी थी।
फंड की कमी से जूझ रही गो फर्स्ट ने 3 मई से अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर रखा है। कंपनी ने एक बार फिर ऐलान किया है कि वह 24 अगस्त 2023 तक किसी भी फ्लाइट का संचालन नहीं करेगी। गो फर्स्ट ने अपने ट्वीट के जरिए सूचना दी है कि 24 अगस्त तक एयरलाइंस की उड़ानें रद्द रहेंगी। इसके लिए कंपनी ने पुराने कारणों को ही जिम्मेदार बताया है।