नई फसल आने से टमाटर 50-70 रुपये किलो, जारी रहेगी 40 रुपये किलो बिक्री
मुंबई- नई फसल आने से फुटकर बाजार में टमाटर की कीमतें 50 से 70 रुपये किलो पर पहुंच गई हैं। हालांकि, दाम के नीचे आने तक सरकार लगातार 40 रुपये किलो के भाव से टमाटर बेचती रहेगी। हाल के समय में टमाटर 250 रुपये किलो तक पहुंच गया था।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से नई फसल आने से टमाटर की कीमतें घटनी शुरू हो गई हैं। सरकार सहकारी संस्थाओं जैसे एनसीसीएफ और नैफेड के माध्यम से टमाटर को सब्सिडी के भाव पर बेच रही है। शुरू में सब्सिडी दर पर टमाटर 90 रुपये किलो बिक रहा था, बाद में इसे घटाकर 40 रुपये कर दिया गया। आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने नेपाल से भी टमाटर आयात किया है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की वेबसाइट पर सोमवार को टमाटर की औसत खुदरा कीमतें 82.12 रुपये किलो थीं जो एक महीने पहले 118 और एक साल पहले 33 रुपये किलो थी। सरकार ने सोमवार को कहा कि प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाने का निर्णय समय से पहले नहीं बल्कि, घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और खुदरा कीमतों को नियंत्रित करने के लिए समय पर लिया गया कदम है।
रोहित सिंह ने कहा, स्थिति की मांग होने तक सरकार चुनिंदा राज्यों में थोक और खुदरा बाजारों में बफर प्याज जारी करने में हस्तक्षेप करेगी। फिलहाल सरकार दिल्ली, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और असम में बफर स्टॉक से प्याज जारी कर रही है।
इस वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 4 अगस्त के बीच देश से 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात किया जा चुका है। मूल्य के लिहाज से शीर्ष तीन आयातक देश बांग्लादेश, मलयेशिया और संयुक्त अरब अमीरात हैं। पिछले दो दिनों में 2,500 टन प्याज सब्सिडी की दर 25 रुपये किलो के भाव पर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बेची गई है।
ने कहा, प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी शुल्क लगाने के केंद्र के फैसले के विरोध में नासिक जिले में सभी कृषि उपज बाजार समितियों (एपीएमसी) में अनिश्चित काल के लिए प्याज की नीलामी बंद करने का फैसला किया गया है। निर्यात शुल्क लगाने के फैसले से प्याज उत्पादकों और इसके निर्यात पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
कारोबारियों ने कहा, हम किसानों के दबाव में हैं जो हमसे बाजार बंद करने और प्याज की बिक्री रोकने के लिए कह रहे हैं। कम से कम 10-15 संगठनों ने हमसे प्याज नहीं बेचने के लिए कहा है। पूरा नासिक जिला बंद है। आने वाले दिनों में स्थानीय बाजार भी बंद रहेंगे। एपीएमसी ने भी किसानों का समर्थन करने का फैसला किया है।