जून में 10 लाख से ज्यादा लोगों को मिली नौकरी, सरकारी आंकड़ों में जानकारी
मुंबई- जून में लगातार तीसरे महीने नई फॉर्मल नौकरियों यानी सरकार के रेगुलेशन के तहत चलने वाली संस्थानों की नौकरियों में बढ़ोतरी हुई है। यह नंबर 9 महीनों के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है। एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने अपने लेटेस्ट पेरोल डेटा में इसकी जानकारी दी है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि जून 2023 में 10.14 लाख नए लोग EPFO से जुड़े, यह नंबर अगस्त 2022 के बाद सबसे ज्यादा है। वहीं, कुल 17.89 लाख लोग EPFO से जुड़े, यह मई के मुकाबले 9.71% ज्यादा है और पिछले 11 महीने के उच्चतम स्तर पर है।
जून में 18 से 28 साल उम्र के करीब 6.88 लाख लोग EPFO के साथ जुड़े, जो टोटल सब्सक्रिप्शन का करीब 68% है। इसी साल मई में यह नंबर 6.17 लाख (करीब 66%) था। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह डेटा देश के वर्क-फोर्स में यूथ एनरोलमेंट को बताता है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि नए जुड़े ज्यादातर लोगों ने पहली बार नौकरी जॉइन की है।
जून 2023 में वर्क-फोर्स में शामिल 10.14 लाख नए लोगों में 2.81 लाख महिलाएं शामिल हैं। वहीं टोटल 3.93 लाख नई महिलाओं ने EPFO में अपना एनरोलमेंट कराया, जो अगस्त 2022 के बाद सबसे ज्यादा है।
वहीं अगर राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा नए जॉब देने के मामले में टॉप राज्य हैं। वर्क-फोर्स में शामिल नए लोगों में इन 5 राज्यों की हिस्सेदारी 60.40% है, जिसमें केवल महाराष्ट्र से 20.54% नए लोग शामिल हैं।
इंडस्ट्री के लेवल पर देखें तो ट्रेडिंग-कमर्शियल सेक्टर में सबसे ज्यादा लोग जुड़े। इसके बाद बिल्डिंग-कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और जनरल इंजीनियरिंग प्रोडक्ट बनाने वाले सेक्टर्स में सबसे ज्यादा नए लोग जुड़े। इसके अलावा स्कूल, हॉस्पिटल, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, टेक्सटाइल्स जैसे सेक्टर में भी ज्यादा संख्या में जुड़े हैं। इसका मतलब यह है कि इन सेक्टरों ने जून 2023 के दौरान सबसे ज्यादा नई नौकरियां दी हैं।
पेरोल डेटा के अनुसार, EPFO से बाहर निकल गए 12.65 लाख लोगों ने फिर से इसे जॉइन किया है। यानी इतने लोगों ने जॉब स्विच, रिजॉइनिंग जैसे कारणों से अपना अकाउंट फंक्शनल नहीं रखा था। लेकिन जून में उन्होंने इसे फिर से चालू करा लिया।