अदाणी समूह को तगड़ा झटका, ऑडिटर डेलॉय देगी अदाणी पोर्ट से इस्तीफा  

मुंबई- अडानी ग्रुप को एक तगड़ा झटका लगा है। ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड की ऑडिटर फर्म डेलॉयट हैसकिंस एंड सेल्स एलएलपी छोड़ने की तैयारी में है। माना जाता है कि कुछ ट्रांजैक्शंस को लेकर उसके मैनेजमेंट के साथ मतभेद है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।  

ऑडिटर के इस्तीफे के बारे में अगले कुछ दिन में औपचारिक घोषणा की जा सकती है। यह कंपनी फाइनेंशियल ईयर 2018 से एपीएसईजेड की ऑडिटिंग कर रही है। उससे पहले यह काम एसआरबीसी एंड कंपनी एलएलपी संभालती थी। कंपनी की फाइनेंशियल ईयर 2022 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक डेलॉयट को पिछले साल फिर से पांच साल के लिए ऑडिटर बनाया गया था। 

अडानी पोर्ट ने हाल में अपनी जून तिमाही के नतीजे घोषित किए थे। इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 80 परसेंट उछलकर 2,119.38 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल समान तिमाही में यह 1,177.46 करोड़ रुपये रहा था। शुक्रवार को कंपनी का शेयर 0.28 परसेंट की गिरावट के साथ 800.65 रुपये पर बंद हुआ। 

डेलॉयट ने कंपनी के खातों पर अपनी टिप्पणी में तीन सौदों को लेकर सवाल खड़ा किया था। इसमें अनुबंधकर्ता से वसूली जाने वाली राशि शामिल है जिसका जिक्र हिंडनबर्ग रिपोर्ट में भी किया गया था। डेलॉयट हैसकिन्स एंड सेल्स ने फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की चौथी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष के ऑडिट के बारे में अपनी रिपोर्ट में तीन यूनिट्स के साथ सौदों को हाइलाइट किया था।  

हालांकि एपीएसईजेड का कहना था कि इन इकाइयों का समूह की कंपनियों से कोई लेना-देना नहीं है। ऑडिटर ने साथ ही कहा था कि वह कंपनी के बयान को सत्यापित नहीं कर सकती क्योंकि इसके सत्यापन को लेकर कोई स्वतंत्र जांच नहीं हुई है। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी, शेयरों में हेराफेरी और मनी लांड्रिंग का आरोप लगाया था। हालांकि ग्रुप ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए उसे पूरी तरह से आधारहीन बताया था।  

डेलॉयट ने कहा कि अडानी ग्रुप ने अपने आकलन और सेबी की जांच के कारण इन आरोपों की स्वतंत्र बाहरी जांच करना आवश्यक नहीं समझा। उसने एपीएसईजेड के वित्तीय विवरण के नोट में कहा था कि ग्रुप की तरफ से किया गया मूल्यांकन हमारे ऑडिट के उद्देश्यों के लिये पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध नहीं करता है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *