अब नेपाल का टमाटर खाएगा भारत, आयात की तैयारी, कम होगी कीमत
मुंबई- सरकार ने टमाटर की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए नेपाल से टमाटर आयात करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार तक वाराणसी और कानपुर में नेपाल से मंगाए गए टमाटर की पहली खेप पहुंचने की संभावना है। इस बात की जानकारी केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में दी।
उन्होंने कहा कि नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED) इस हफ्ते के आखिरी में दिल्ली-NCR में 70 रुपए प्रति किलो की रियायती दर पर टमाटर की एक बड़ी बिक्री की योजना बना रहा है। वित्तमंत्री ने कहा कि आज तक NCCF ने राजस्थान, दिल्ली-NCR और उत्तर प्रदेश में 8,84,612 किलो टमाटर बेचें हैं। यह आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा और इसे बढ़ाया भी जाएगा।
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के टमाटर उत्पादक क्षेत्रों से टमाटर की खरीदा जा रहा है। NCCF और NAFED जैसी सहकारी समितियों के माध्यम से बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में टमाटर बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश और कर्नाटक की थोक मंडियों में टमाटर की कीमतें 100 रुपए के नीचे आने लगी है। हमें उम्मीद है कि इससे हमें मदद मिलेगी।
सरकार ने 14 जुलाई को टमाटर की बढ़ती कीमतों कम करने का प्लान लागू था। इस प्लान के तहत NCCF और NAFED ने 90 रुपए प्रति किलो की दर से टमाटर बेचना शुरू किया था। इसके बाद सरकार ने 16 जुलाई को टमाटर की कीमत 10 रुपए प्रति किलो कम करते हुए 80 रुपए कर दिया था। वहीं, 20 जुलाई को एक बार फिर कीमत कर करके 70 रुपये किलो की रेट से बेचना शुरू कर दिया था।
टमाटर का उत्पादन लगभग हर राज्य में होता है। वहीं दक्षिणी और पश्चिमी क्षेत्रों का देश के कुल उत्पादन में लगभग 60% योगदान होता है। इन क्षेत्रों में हुए ज्यादा उत्पादन का उपयोग भारत के अन्य हिस्सों में टमाटर की निरंतर सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।