महंगाई के बाद भी 6 माह में 5,000 करोड़ रुपये के बिक गए लाली लिपिस्टक
मुंबई- एक ओर जहां जरूरी चीजों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर पिछले 6 महीने में 5,000 करोड़ रुपये के लाली लिपिस्टिक जैसे उत्पाद बिक गए। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के शीर्ष 10 शहरों में सौंदर्य उत्पादनों पर यह खर्च किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, जिन महिलाओं ने इन उत्पादों को खरीदा हैं वे सभी कामकाजी हैं। मेकअप की बिक्री में सबसे अधिक योगदान यही महिलाएं देती हैं। कॉस्मेटिक खरीदारों की कुल भुगतान राशि का औसतन 1.6 गुना खर्च यही महिलाएं करती हैं। कुल खरीदारी में से 40 फीसदी उत्पाद ऑनलाइन खरीदे गए हैं। इस दौरान ग्राहकों ने औसतन 1,214 रुपये के रंगीन सौंदर्य प्रसाधन खरीदे हैं।
कुल बिक्री में लिपिस्टिक की हिस्सेदारी 38 फीसदी है। इसके बाद नेलपॉलिश की हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दुकानदारों के कहने पर करीब 36 फीसदी उत्पाद खरीदे जाते हैं। जबकि सोशल मीडिया भी युवाओं में इसी तरह का प्रभाव डालता है। कुल 3.1 करोड़ लिपिस्टिक, 2.6 करोड़ नेलप़ॉलिश, 2.3 करोड़ आंखों से संबंधित उत्पाद और 2.2 करोड़ चेहरों के उत्पाद खरीदे गए हैं।
अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को अपना रहे हैं। इसमें काजल और लिपस्टिक जैसी पारंपरिक वस्तुओं से आगे बढ़कर प्राइमर, आई शैडो और कंसीलर शामिल हैं। ग्राहक अब विशिष्ट अवसरों और रोजमर्रा के पहनावे के आधार पर उत्पादों का चयन कर रहे हैं। महिलाओं की तेजी से बढ़ती भागीदारी के कारण सौंदर्य क्षेत्र की वृद्धि तेजी से हो सकती है।