ये हैं जबलपुर रेलवे पुलिस की तेजतर्रार एसपी, फिल्मों में भी कर चुकी हैं काम
मुंबई- सिमाला प्रसाद भोपाल की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी पढ़ाई भोपाल से की थी। सिमाला की शुरुआती शिक्षा सेंट जोसफ कोएड स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस से बीकॉम और भोपाल यूनिवर्सिटी से पीजी किया। इसके बाद पीएससी परीक्षा पास की। बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुकी सिमाला गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने भोपाल के बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में पीजी किया हुआ है।
पढ़ने में तेज सिमाला प्रसाद को पीसीएस की परीक्षा पास करने के बाद पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर मिली। इसी नौकरी के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की शुरुआत की। उन्होंने बिना किसी कोचिंग के पहले ही प्रयास में UPSC पास किया और IPS अधिकारी बन गईं। उन्होंने सिर्फ सेल्फ स्टडी के जरिए ये मुकाम हासिल किया।
सिमाला ने जब यूपीएसपी पास किया था तब उन्होंने कहा था- ‘कभी सोचा नहीं था कि सिविल सर्विस में जाना है, लेकिन घर के माहौल ने मेरे भीतर आईपीएस बनने की चाहत जगाई। मुझे लगा कि देश की सेवा के लिए इससे अच्छा प्लेटफॉर्म नहीं हो सकता है।’
सिमाला प्रसाद के पिता डॉ भागीरथ प्रसाद पूर्व आईपीएस और सांसद रहे हैं। वहीं, मां मेहरून्निसा परवेज जानी-मानीं साहित्यकार हैं और उन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका हैं। मध्य प्रदेश के डिंडौरी में पोस्टिंग के दौरान सिमला प्रसाद ने अपनी तेज तर्रार छवि से लोगों के मन में अलग पहचान बनाई। नक्सल प्रभावित डिंडौरी में क्राइम पर काफी हदतक लगाम लगा दी। सिमाला ने अपने काम से इलाके में अपनी धमक बना दी थी। उनसे अपराधी खौफ खाने लगे। सिमाला से अपराधी काफी डरते हैं।
सिमाला प्रसाद फिलहाल मध्य प्रदेश के जबलपुर जीआरपी में एसपी हैं। इससे पहले वे बैतूल में एसपी के पद पर कार्यरत भी रह चुकी हैं और वह वहां पहली महिला एसपी रही हैं। सिमाला प्रसाद की फिल्म डायरेक्टर जैगम इमाम से दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मुलाकात हुई। सिमाला की सादगी, खूबसूरती और उनके हुनर को देखते हुए जैगम ने अपनी फिल्म ‘अलिफ’ में उन्हें रोल ऑफर किया। इसके बाद सिमाला ने फिल्म ‘अलिफ’ से फिल्मों में डेब्यू किया और यह फिल्म फरवरी 2017 को रिलीज हुई। इसके बाद उन्होंने साल 2019 में आई फिल्म ‘नक्काश’ में पत्रकार को रोल निभाया।
हालिया समय में उन्होंने जबलपुर जीआरपी एसपी के रूप में बड़े बड़े मामले सुलझाए हैं। चाहे अपराध किसी भी इलाके में हो, उनकी टीम तुरंत उस पर काम करती है। उनकी टीम में जबलपुर जीआरपी की थाना प्रभारी शशि धुर्वे, आकांक्षा और अन्य टीम ने हाल में कई मामले सुलझाए हैं और टीम को एसपी की ओर से पुरस्कार भी मिला है।