रिटर्न को आसान बनाने के लिए आ सकता है सामान्य आईटीआर फॉर्म
मुंबई- एक संसदीय पैनल ने वित्त मंत्रालय से व्यक्तियों और गैर-व्यावसायिक करदाताओं के लिए आयकर रिटर्न (आईटी) दाखिल करना आसान बनाने के लिए एक सामान्य आईटीआर फॉर्म लाने की सिफारिश की है। मंत्रालय ने पिछले साल नवंबर में ट्रस्टों और गैर-लाभकारी संगठनों को छोड़कर सभी करदाताओं के लिए एक करदाताओं के अनुकूल सामान्य आयकर रिटर्न फॉर्म लाने का प्रस्ताव रखा था। इस पर शेयरधारकों से राय मांगी गई थी।
भाजपा सांसद जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली वित्त संबंधी स्थायी समिति ने पहले आयकर रिटर्न दाखिल करने में लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों की पहचान की थी। उसके बाद कर विभाग से प्रक्रिया को सरल और अधिक आसान बनाने का आग्रह किया था। इसमें कहा गया था कि वेतन, किराया और व्यावसायिक आय जैसे विभिन्न स्रोतों से आय वाला कोई भी व्यक्ति स्वयं आईटीआर दाखिल नहीं कर सकता है। उसे चार्टर्ड अकाउंटेंट या आईटीआर दाखिल करने में विशेषज्ञता रखने वाले व्यक्ति की सलाह लेनी होगी।
समिति की सिफारिशों के जवाब में मंत्रालय ने कहा है कि कर अनुपालन को अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए, व्यक्तिगत करदाताओं को वेतन जैसी कुछ आय का पहले से भरा हुआ विवरण प्रदान किया जा रहा है। कर विभाग ने कहा कि प्री-फाइलिंग के लिए जानकारी का दायरा गृह संपत्ति आय, बैंक ब्याज, लाभांश जैसी जानकारी को शामिल करके और बढ़ाया जा रहा है।