इस हफ्ते शेयर बाजार में रह सकती है तेजी, 380 कंपनियों के आएंगे रिजल्ट
मुंबई- शेयर बाजार में अगले हफ्ते तेजी देखने को मिल सकती है। एनालिस्टों के मुताबिक, इस हफ्ते लगभग 380 कंपनियों के पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के रिजल्ट्स, ब्याज दर पर अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व का फैसला, विदेशी निवेशकों (एफआईआई) निवेश, कच्चे तेल की कीमतों और ग्लोबल ट्रेंड्स पर बाजार की नजर रहेगी।
इस हफ्ते कई बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे आएंगे, जो बाजार की दिशा तय करेंगे। इनमें लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज, बजाज ऑटो, HDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी, सिप्ला, श्री सीमेंट, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टेक महिंद्रा, ACC, बजाज फिनसर्व, नेस्ले इंडिया और NTPC जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
इसके अलावा इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, केनरा बैंक, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, SBI लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, IDBI बैंक, TVS मोटर, साइएंट, जुबिलेंट फूडवर्क्स, केपीआईटी टेक्नोलॉजीज, कोलगेट पामोलिव, पंजाब नेशनल बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडियन बैंक, इंडस टावर्स, मैक्रोटेक डेवलपर्स, बैंक ऑफ इंडिया, एक्साइड इंडस्ट्रीज, M&M फाइनेंशियल सर्विसेज, मैरिको और SBI कार्ड भी अगले सप्ताह कतार में हैं।
26 जुलाई को अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर पर लिया जाने वाला फैसला बाजार को प्रभावित कर सकता है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च एनालिस्ट संतोष मीणा ने कहा, ’26 जुलाई को अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दर पर अपने फैसले का ऐलान करेगा। संभावना जताई जा रही है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दर में 25% की और बढ़ोतरी कर सकता है। इस घोषणा के दौरान बाजार भागीदारों की निगाह फेडरल रिजर्व के बयान पर भी रहेगी। इसके अलावा 28 जुलाई को बैंक ऑफ जापान भी अपने नीतिगत फैसले का ऐलान करेगा।’
इक्विटी मार्केट को FII की लगातार खरीदारी से बड़ा सपोर्ट मिल रहा है। FII ने पिछले हफ्ते कैश सेगमेंट में 3,100 करोड़ रुपए से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट किया है। अगर रुक-रुक कर मुनाफावसूली के बावजूद खरीदारी बनी रहती है, तो इससे बाजार को एक बड़ा सपोर्ट मिल सकता है। इसके विपरीत घरेलू संस्थागत निवेशकों ने मुनाफावसूली जारी रखी और सप्ताह के दौरान करीब 800 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। भारत में FII का इन्वेस्टमेंट जुलाई में भी बेरोकटोक जारी है। भारत में उभरते बाजारों में इस साल अब तक सबसे ज्यादा FPI निवेश आया है।