रिलायंस इंडस्ट्रीज का फायदा 11 फीसदी घटा, शेयर एक हफ्ते में 7 पर्सेंट गिरा 

मुंबई- मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का फायदा अप्रैल-जून तिमाही में 11 पर्सेंट गिरकर 16,011 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल समान तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 17,955 करोड़ रुपये रहा था। जून तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में भी 5.3 परसेंट की गिरावट आई है और यह 2.07 लाख करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल समान तिमाही में यह 2.19 लाख करोड़ रुपये था। कंपनी का शेयर एक हफ्ते में सात फीसदी टूट चुका है। शुक्रवार को यहग 3 फीसदी तक गिर गया था।  

ब्रोकरेज कंपनियों ने रिलायंस का शुद्ध फायदा 10 परसेंट गिरावट के साथ 16,170 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। कंसोलिडेटेड रेवेन्यू भी सालाना आधार पर दो फीसदी गिरावट के साथ 2.15 लाख रुपये रहने का अनुमान था। लेकिन यह उससे भी कम रहा। ब्रोकरेज फर्म्स का कहना था कि रिटेल और टेलिकॉम सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिली है लेकिन ओ2सी बिजनस का परफॉरमेंस कमजोर रहा है। कंपनी के बोर्ड ने प्रति शेयर नौ रुपये का लाभांश देने की घोषणा की है। इससे कंपनी के 36 लाख से अधिक निवेशको को फायदा होगा। 

पिछली तिमाही के मुकाबिल रिलायंस के कंसोलिडेटेड टॉपलाइन 2.5 फीसदी गिरा है जबकि बॉटमलाइन में 17 फीसदी गिरावट आई है। ओ2सी बिजनस के कमजोर प्रदर्शन के कारण कंपनी का रेवेन्यू गिरा है। इस सेगमेंट का रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले करीब 18 परसेंट गिरकर 1.33 लाख करोड़ रुपये रहा। हालांकि रिटेल और डिजिटल सर्विसेज बिजनस में डबल डिजिट ग्रोथ ने रिलायंस को प्रॉफिट और रेवेन्यू में बड़ी गिरावट से बचा लिया।  

रिलायंस रिटेल का प्रॉफिट पिछले साल के मुकाबले 18.8 परसेंट उछलकर 2,448 परसेंट रहा। इस दौरान कंपनी का ग्रॉस रेवेन्यू बी 19 परसेंट की तेजी के साथ 69,948 करोड़ रुपये पहुंच गया जो पिछले साल समान तिमाही में 58,554 करोड़ रुपये था। 

कंपनी का कहना है कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में कच्चे तेल की कीमतों में 31% की गिरावट के कारण O2C राजस्व में तेज गिरावट दर्ज की गई।रिलायंस रिटेल ने तेज गति से अपनी बढ़ोतरी बरकरार रखते हुए इस तिमाही में 555 नए स्टोर खोले। इस तरह अब रिलायंस रिटेल के कुल 18,446 स्टोर हो गए हैं और इसने अपने ऑपरेटेड एरिया 7.06 करोड़ स्कवेयर फ़ीट में 50 लाख स्कवेयर फीट और जोड़ लिए हैं।  

इससे पहले रिलायंस की टेलिकॉम कंपनी जियो ने भी अपने जून तिमाही के नतीजों की घोषणा की। कंपनी का शुद्ध फायदा पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 12 फीसदी बढ़कर 4,863 करोड़ रुपये रहा। वहीं, ऑपरेशन से रेवेन्यू 10 फीसदी बढ़कर 24,042 करोड़ रुपये हो गया। पहली तिमाही में रिलायंस जियो का कुल खर्च बढ़कर 17,594 करोड़ रुपये रहा। यह एक साल पहले 16,136 करोड़ रुपये था। इसमें नेटवर्क ऑपरेटिंग खर्च पहले के 6,842 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,379 करोड़ रुपये रहा।  

रिलायंस जियो का यह छह तिमाहियों में सबसे सुस्त प्रॉफिट और रेवेन्यू ग्रोथ है। ज्यादा खर्च और हाल में टैरिफ में बढ़ोतरी नहीं होने के कारण कंपनी का प्रॉफिट और रेवेन्यू प्रभावित हुआ है। जियो सब्सक्राइबर्स के लिहाज से देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी है। इसका मार्केट शेयर 37.9 परसेंट है। अप्रैल में कंपनी ने रिलायंस ने 30.4 लाख सब्सक्राइबर्स जोड़े। 

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