सब्जियों की कीमतें आसमान पर पहुंची, आगे और ज्यादा महंगाई की उम्मीद 

मुंबई- देश के अधिकांश राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ के हालात ने महंगाई को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है। अगले कुछ दिनों तक आपको सब्जियों और फलों की ऊंची कीमतों से राहत नहीं मिलने वाली है। फल और सब्जियों की सप्लाई बाधित होने से मुश्किल और बढ़ गई है। दिल्ली में बाढ़ के हालात को देखते हुए सरकार ने भारी वाहनों के प्रवेश को रोक दिया है, जिससे सप्लाई चेन बाधित हो रही है।  

खुदरा मूल्य के साथ-साथ सब्जी और फलों के थोक मूल्य में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। एक हफ्ते में यहां हरी सब्जियों से लेकर आलू-प्याज और फलों के दाम तेजी से बढ़ गए हैं। जलजमाव, हाईवे से कनेक्टिविटी के अभाव के कारण सप्लाई बाधित होने से थोक मूल्य में तेजी आई है। एक हफ्ते में सब्जियों और फलो की कीमत 10 से 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। बीते एक हफ्ते में सब्जियों की कीमत रॉकेट की रफ्तार सेल भाग रही है।  

दिल्ली के आजादपुर मंडी में सब्जियों का थोक मूल्य एक हफ्ते से चढ़ गया है। भारी बारिश और बाढ़ से लोग परेशान है, ऊपर से बढ़ती महंगाई ने आम जनता पर डबल अटैक किया है। टमाटर के दाम तो पहले से आसमान छू रहे थे लेकिन अब हर एक सब्जी ही महंगी होती जा रही है। दिल्ली -एनसीआर के खुदरा बाजारों में कोई भी सब्जी 50 रुपये से नीचे नहीं है। जो लोग किलो में सब्जियां खरीद रहे थे, वो अब ग्राम में खरीद रहे हैं। बारिश के बाद बाढ़ ने हरी सब्जियों और फलों दाम एक बार फिर से बढ़ा दिए हैं। भारी बारिश और बाढ़ के चलते घरों में पानी भर गया है तो वहीं बाजार में सब्जियों जेब पर डाका डाल रही है।

दिल्ली में बारिश और बाढ़ के कारण कई इलाकों में जलजमाव और यमुना का पानी भर गया है, जिसके बाद दिल्ली सरकार ने कमर्शियल व्हीकल्स की एंट्री को रोक दिया है। हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड से फल और सब्जियां दिल्ली की मंडियों में पहुंचती थी, लेकिन हाईवे समेत शहर में पानी भर जाने के कारण ये ट्रक हाईवे पर रूके हुए हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक से आने वाले प्याज की सप्लाई में 30 फीसदी तक की गिरावट हुई है। सप्लाई कम होने से रिटेल मार्केट में सब्जियों की कीमत डबल हो चुकी है। जो टमाटर 120-160 रुपये किलो बिक रहे थे , वो 200 रुपये किलो बिक रहे हैं। बारिश कम होने और रास्ते खुलने के बाद दाम में कुछ कमी आने की उम्मीद है। 

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