यात्री वाहनों की थोक बिक्री में दो फीसदी उछाल, एमपीवी की भी अच्छी मांग 

मुंबई- घरेलू बाजार में यात्री वाहनों (पीवी) की थोक बिक्री जून, 2023 में सालाना आधार पर 2 फीसदी बढ़कर 3,27,487 इकाई पहुंच गई। इस दौरान मल्टी यूटिलिटी वाहनों (एमपीवी) की मांग अच्छी बनी हुई है। जून, 2022 में डीलरों को 3,20,985 यात्री वाहन भेजे गए थे। 

सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने घरेलू बाजार में कुल 13,30,826 दोपहिया वाहन बिके। यह आंकड़ा जून, 2022 में बिके 13,08,764 दोपहिया वाहनों से 2 फीसदी अधिक है। तिपहिया वाहनों की बिक्री 26,701 से करीब दोगुना बढ़कर 53,019 इकाई पहुंच गई।  

सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि बेहतर मानसून और महंगाई कम होने की उम्मीदों के साथ वाहन उद्योग को बिक्री में वृद्धि की उम्मीद है। हालांकि, ऊंची ब्याज दरें चिंता का विषय बनी हुई हैं। 

आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री 9.4 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 9,95,974 इकाई पहुंच गई। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 9,10,495 इकाई था। इस दौरान सभी श्रेणी के कुल वाहनों की बिक्री 11.39 फीसदी बढ़कर 54,98,602 इकाई पहुंच गई। 

इस दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री 11 फीसदी बढ़कर 41,40,964 इकाई पहुंच गई। तिपहिया वाहनों की बिक्री 89.36 फीसदी बढ़कर 1,44,475 इकाई पहुंच गई। हालांकि, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 3.31 फीसदी घटकर 2,17,046 इकाई रह गई। 

सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा कि कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में यात्री वाहनों की बिक्री पहली बार 20 लाख इकाई के पार पहुंची है। दोपहिया वाहनों में भी 11.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है। वहीं, अग्रवाल ने कहा कि कुल मिलाकर यात्री वाहनों, दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री 2023-24 की पहली तिमाही में अच्छी रही है। हालांकि, कुछ उप-खंडों में सालाना आधार पर मामूली गिरावट आई है। 

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा कि अधिक जीएसटी की वजह से दोपहिया वाहनों की कीमतें 2016 के बाद तेजी से बढ़ी हैं। होंडा एक्टिवा की कीमत 2016 में 52,00 रुपये थी, जो 2023 में 69.2 फीसदी बढ़कर 88,000 रुपये पहुंच गई है। बजाज पल्सर के दाम 108.3 फीसदी बढ़कर 1.50 लाख रुपये हो गए हैं।  

कीमतों में उछाल का असर दोपहिया वाहनों की बिक्री पर पड़ रहा है। ऐसे में इन वाहनों की मांग बढ़ाने के लिए जीएसटी की दर को 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी किया जाना चाहिए। इससे न सिर्फ दोपहिया वाहन सस्ते होंगे बल्कि बिक्री में उछाल से सरकार को जीएसटी एवं रोड टैक्स के जरिये अतिरिक्त कमाई होगी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *