निवेश के मामले में चीन को पीछे छोड़ भारत बना सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र
मुंबई- दुनियाभर की दिग्गज कंपनियों की नजर इस समय भारतीय बाजार पर है। दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला यह देश खपत और डिमांड के लिहाज से आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अब भारत ने निवेश के हिसाब से सबसे अधिक आकर्षक उभरते बाजार के मामले चीन को पीछे छोड़ दिया है।
भारत उभरते बाजार डेट में निवेश के लिए दुनिया का सबसे आकर्षक उभरता बाजार बन गया है। 85 सॉवरेन वेल्थ फंड्स और 57 सेंट्रल बैंक्स के सर्वे से यह जानकारी सामने आई है। ये वेल्थ फंड और बैंक्स कुल 21 लाख करोड़ डॉलर की संपत्ति का प्रतिनिधित्व करते हैं।
‘इन्वेस्को ग्लोबल सॉवरेन एसेट मैनेजमेंट स्टडी’ टाइटल वाली इन्वेस्को की एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया, ‘भारत को इसके बेहतर व्यापार, राजनीतिक स्थिरता, अनुकूल जनसांख्यिकी, नियामकीय पहलों और सॉवरेन इन्वेस्टर्स के लिए अनुकूल वातावरण के कारण सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है।’ इस रिपोर्ट में 142 चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसरों के विचार शामिल किये गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘इमर्जिंग मार्केट डेट में निवेश के लिए भारत चीन को पीछे छोड़ सबसे आकर्षक इमर्जिंग मार्केट बन गया है।’ मिडिल ईस्ट में बेस्ड एक डेवलपमेंट सॉवरेन ने कहा, ‘हमारा चीन और भारत में अधिक एक्सपोजर नहीं है। हालांकि, भारत अब बिजनस और राजनीतिक स्थिरता के हिसाब से एक अच्छी जगह है। जनसांख्यिकी तेजी से बढ़ रही है। उनके पास दिलचस्प कंपनियां, अच्छी रेगुलेशन पहलें और सॉवरेन इन्वेस्टर्स के लिए एक बहुत अनुकूल वातावरण है।’
भारत मैक्सिको और ब्राजील जैसे कुछ देशों में से एक है, जो फ्रेंड-शोरिंग और नियर-शोरिंग के जरिए घरेलू और ग्लोबल डिमांड के उद्देश्य से बढ़े हुए विदेशी कॉर्पोरेट निवेश का फायदा उठा रहे हैं। वहीं, गोल्डमैन सैश की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत साल 2075 तक अमेरिका को पीछे छोड़ दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जाएगा।