भारतीय कंपनियों की कमाई रहेगी मजबूत, इस हफ्ते से आएगा तिमाही रिजल्ट
मुंबई- भारतीय कंपनियां इस हफ्ते में अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली हैं। ट्रेंड को फॉलो करते हुए, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की प्रमुख कंपनियां टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज 12 जुलाई को अपने तिमाही नतीजे जारी करेंगी और साथ ही अर्निंग सीजन की भी शुरुआत करेंगी।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अनुमान लगाया है कि अप्रैल-जून तिमाही में निफ्टी (Nifty) की कमाई सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़ सकती है। इसके अलावा फर्म ने यह भी उम्मीद जताई है कि बिक्री और EBITDA में सालाना क्रमश: 4 फीसदी और 17 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।
मोतीलाल ओसवाल ने एक रिपोर्ट में कहा, अर्निंग ग्रोथ को बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा) और ऑटो क्षेत्रों द्वारा बढ़ावा दिया जाएगा, जबकि तेल और गैस क्षेत्र ओएमसी (ऑयल मार्केटिंग कंपनी) के मार्केटिंग मार्जिन में सुधार के आधार पर, सालाना मुनाफे में 3 गुना वृद्धि दर्ज करेगा।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, लो बेस के कारण इस साल ऑटो सेक्टर के तेजी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा इन्फ्रा, इंडस्ट्रियल्स, इंटरनेट और फार्मा जैसे अन्य सेक्टर भी छलांग लगा सकते हैं। दूसरी ओर, कमजोर मांग के रुझान और कम उत्पादन कीमतों के कारण मेटल्स और केमिकल्स के तिमाही मुनाफे में गिरावट की उम्मीद है।
इंडिया इंक हाल की तिमाहियों में कमजोर परिचालन मेट्रिक्स से जूझ रहा है। हालांकि, इनपुट लागत नीचे की ओर बढ़ने के साथ Q1 में दर्द कम होने की संभावना है। मोतीलाल ओसवाल को इनपुट लागत में कमी आने के आसार दिख रहे हैं और साथ ही उम्मीद है कि जून तिमाही के दौरान आयल मार्केटिंग कंपनियों और वित्तीय कंपनियों को छोड़कर, निफ्टी कंपनियों के लिए EBITDA मार्जिन 110 बेसिस प्वाइंट बढ़कर 20.8 फीसदी हो जाएगा। ऑटो, फार्मा, इंटरनेट और कंज्यूमर सर्विसेस में अधिकतम मार्जिन विस्तार हो सकता है।