मैकडोनाल्ड ने मेनू से टमाटर हटाया, कहा, अब टमाटर से हो रहा है घाटा
मुंबई- बाजार में जैसे-जैसे टमाटर के दाम बढ़ रहे हैं, रसोई से किचन की दूरी बढ़ती जा रही है। किचन के बाद अब टमाटर बर्गर, पिज्जा से भी दूरी बना रहे हैं। टमाटर की आसमान छूती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर तो असर डाला ही है अब बड़ी कंपनियों के प्रोडक्टर्स पर भी इसका असर दिखने लगा है। फूड चेन कंपनी मैकडोनाल्ड ने बर्गर समेत अपने कुछ फूड प्रोडक्ट में टमाटर इस्तेमाल न करने का फैसला किया है। यानी अब आपको मैकडॉनल्ड्स के बर्गर में टमाटर टिक्की और प्याज तो दिखेंगे, लेकिन टमाटर के स्लाइस उसमें से गायब रहेंगे।
दरअसल टमाटर की बढ़ती कीमत की वजह से मैकडॉनल्ड्स ने अपने कुछ आउटलेट्स पर बर्गर और अन्य प्रोडक्ट्स में टमाटर का इस्तेमाल न करने का फैसला लिया है। मैकडॉनल्ड्स इंडिया की नॉर्थ एंड ईस्ट फ्रेंचाइजी ने इस बारे में अपने सभी आउटलेट्स को निर्देश दिया है। हालांकि कंपनी ने कीमत को वजह न बताकर क्वालिटी का बहाना बताया है।
मैकडॉनल्ड्स ने कहा है कि अच्छी क्वालिटी के टमाटर नहीं मिल पाने की वजह से वो अपने प्रोडक्ट्स में फिलहाल टमाटर का इस्तेमाल नहीं करेंगे। बर्गर किंग ने भी बर्गर में टमाटर का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है। इन कंपनियों ने कहा कि सीजनल इश्यू के कारण अच्छी क्वालिटी के टमाटर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन जल्द ही यह समस्या खत्म हो जाएगी।
सिर्फ बर्गर ही नहीं रेस्टोरेंट और होटलों में भी खाने-पीने की चीजों से टमाटर को गायब कर दिया गया है। 10-15 फीसदी रेस्टोरेंट में टमाटर परोसने बंद कर दिए हैं। उनका कहना है कि मांग के अनुरुप स्पलाई नहीं है, जिसकी वजह से अच्छी क्वालिटी के टमाटर नहीं मिल पा रहे हैं। भले ही रेस्टोरेंट और फूड चेन क्वालिटी का बहाना बना रहे हो, लेकिन इसकी बड़ी वजह टमाटर की बढ़ती कीमत है।
दिल्ली समेत देश के अधिकांश हिस्सों में टमाटर की कीमत 160 से 200 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है। बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में टमाटर की फसल बर्बाद हो गई है। जबकि मैदानी इलाकों में गर्मी की वजह से टमाटर की फसल पहले ही खराब हो चुके हैं। बारिश की वजह से सप्लाई बाधित हो चुकी है। ऐसे में कीमत अचानक से बढ़ गया। सिर्फ टमाटर ही नहीं हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं।