ऑनलाइन बीमा उत्पाद बेचने वाली कंपनियां ग्राहकों के साथ कर रहीं मिस सेलिंग
मुंबई- गैर-सरकारी संगठन ‘प्रहार’ ने ऑनलाइन बीमा बेचने वाली कुछ कंपनियों पर भ्रामक विज्ञापन करने का आरोप लगाते हुए वित्त मंत्रालय से इस पर रोक लगाने की मांग की है। प्रहार ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर कहा है कि ऑनलाइन बीमा बेचने वाली कुछ कंपनियां भ्रामक जानकारी देकर ग्राहकों को लुभाने की कोशिश कर रही हैं।
इस दौरान वे कुछ वर्षों तक एक छोटी राशि का निवेश करने पर एक करोड़ रुपये मिलने का दावा कर रही हैं। बीमा कंपनियों और बीमा मध्यवर्ती कंपनियों के लिए वर्ष 2019 में जारी बीमा विज्ञापन संबंधी परिपत्र का पालन करना अनिवार्य है। इस परिपत्र में किसी कंपनी के पिछले नतीजों के आधार पर भविष्य का आकलन करने पर भी रोक लगाई गई है।
गैर-सरकारी संगठन ने वित्त मंत्रालय के अलावा बीमा नियामक इरडा से भी इन कंपनियों को भ्रामक विज्ञापन पर लगाम लगाने का निर्देश देने की मांग की है। उसने कहा है कि इन विज्ञापनों से लोग गलत बीमा ले सकते हैं जिससे उनके हित प्रभावित होंगे।
इस पत्र में पॉलिसीबाजार और इंश्योरेंसदेखो जैसे बीमा बिक्री मंचों पर बीमा संबंधी विज्ञापन मानकों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। हालांकि इन कंपनियों ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि वे नियामक की तरफ से आने वाले किसी भी निर्देश का पालन करेंगी।