सबसे पहले बैंक ऑफ इंडिया ने शुरू किया महिला सम्मान योजना
मुंबई-देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक, बैंक ऑफ इंडिया आधिकारिक तौर पर महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (MSSC) योजना शुरू करने वाला पहला बैंक बन गया है। इस स्कीम की घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल अपने बजट भाषण के दौरान की थी। यह स्कीम प्रति वर्ष 7.5 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करती है, जो त्रैमासिक रूप से चक्रवृद्धि होती है।
योजना के तहत, व्यक्तिगत लड़कियां या महिलाएं महिला सम्मान बचत अकाउंट खोल सकती हैं या अभिभावक नाबालिग लड़की की ओर से खाता खोल सकते हैं। खाता खुलने की तारीख से दो साल बाद मैच्योर हो जाएगा। इस योजना के तहत खाते 31 मार्च 2025 तक खोले जा सकते हैं।
बैंक का कहना है कि आप कम से कम 1,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। लेकिन अगर आप ज्यादा पैसा जमा करना चाहते हैं तो आप इसे 100 रुपये के गुणक में जमा कर सकते हैं। हालांकि, अधिकतम सीमा 2 लाख रुपये है, यानी आप इससे अधिक जमा नहीं कर सकते हैं।
बैंक के मुताबिक, आप एक से ज्यादा खाते खुलवा सकते हैं, लेकिन हर खाते के बीच आपको तीन महीने का इंतजार करना होगा। सभी खातों में आप कुल मिलाकर 2 लाख रुपये से अधिक का निवेश नहीं कर सकते।
अगर आपको किसी आपातकालीन स्थिति में अपना खाता बंद करना है या आप करना चाहते हैं, तो आप बैंक से पूछ सकते हैं। लेकिन अगर आप खाता खोलने के छह महीने बाद इसे बंद करते हैं, तो आपको खाते में मौजूद पैसे का 2% जुर्माना देना होगा और लागू ब्याज दर 5.5 प्रतिशत होगी।
खाता खोलने के एक साल बाद जरूरत पड़ने पर आप अपने खाते से कुछ पैसे निकाल सकते हैं। बैंक आपको खाते में मौजूद कुल पैसे का 40% तक निकालने की अनुमति देता है। इसका मतलब है कि आप चाहें तो अपनी बचत का एक हिस्सा निकाल सकते हैं, लेकिन खाता खोलने के एक साल बाद ही।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र के तहत सभी कमाई पर मौजूदा आयकर प्रावधानों के अनुसार कर लगेगा। हालांकि, योजना के तहत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) नहीं काटा जाएगा। बैंक ऑफ इंडिया के एमडी और सीईओ रजनीश कर्णटक ने आगे बताया कि बैंक ऑफ इंडिया अपनी सभी शाखाओं में इस योजना को लागू करने वाला पहला बैंक है।