अंबानी के बेटे आकाश अंबानी करेंगे नए कारोबार में प्रवेश, यह है उनकी योजना
मुंबई- मुकेश अंबानी के बेटे और जियो की जिम्मेदारी संभाल रहे आकाश अंबानी नए कारोबार में एंट्री कर रहे हैं। आकाश अंबानी के नेतृत्व में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने कंज्यूमर फाइनेंस प्रोग्राम का पायलट शुरू किया है। जियो एनबीएफसी का ट्रायल शुरू कर दिया है। इसके साथ ही बजाज, एचडीएफसी की टेंशन बढ़ सकती है।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज जियो एनबीएफसी की सर्विस रिलायंस डिजिटल के कुछ चुनिंदा आउटलेट्स पर शुरू कर दी गई है। रिलायंस जियो फिलहाल प्रोजेक्ट का ट्रायल कर रहा है। साल के अंत तक जियो फाइनेंशियल सर्विसेज की शुरुआत की जा सकती है। जियो फाइनेंस की मदद से रिलायंस डिजिटल के स्टोर से कोई भी इलेक्ट्रॉनिक्स या इलेक्ट्रिकल्स की खरीदारी करने वाले ग्राहकों अपनी रकम को बराबर मासिक किस्त (EMI) में चुकाने के लिए ऑफर मिल सकता है।
आप चाहे तो इस विक्लप को चुनकर एकमुश्त रकम देने के बजाए ईएमआई का ऑप्शन चुन सकते हैं। रिलायंस डिजिटल स्टोर पर बजाज फिनसर्व और एचडीएफसी बैंक आदि की ईएमआई सुविधा भी मिल रही है। वहीं अब वहां Jio NBFC ने भी एंट्री कर ली है। रिलायंस डिजिटल के कई आउटलेट पर जियो फाइनेंस का ऑप्शन मिल रहा है। आप इसकी मदद से इलेक्ट्रिकल्स प्रोडक्ट की खरीदारी करने पर ईएमआई का ऑप्शन चुन सकते हैं। बजाज, एचडीएफसी समेत अन्य बैंको के साथ आपको जियो फाइनेंस का भी ऑप्शन मिलता है। ऐसे में जियो की एंट्री ने इन बैंकों और फाइनेंस कंपनियों की चुनौती बढ़ेगी।
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ज्यादातर फिनटेक से अलग है। कंपनी के पास बड़ा डेटाबेस है। कंपनी के पास पहले से ही एनबीएफसी का लाइसेंस है। कंपनी के पास रिलायंस डिजिटल के 20,000 से अधिक आउटलेट हैं। इसके अलावा उनके पास जियो के कई ई-कॉमर्स प्लेटफार्म है। इन जगहों पर जियो फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स को हिट कराने का उनके पास अच्छा विकल्प है। आकाश की नई कंपनी प्रतिद्वंदी कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकती है।